देहरादून/नई दिल्ली, जुलाई 2025:
खनन प्रभावित क्षेत्रों में सतत विकास को बढ़ावा देने और योजनाओं की प्रभावशीलता सुनिश्चित करने की दिशा में किए गए कार्यों को लेकर उत्तराखंड को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय जिला खनिज फाउंडेशन (DMF) कार्यशाला में उत्तराखंड राज्य को यह पुरस्कार प्रदान किया गया।
यह पुरस्कार केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी द्वारा उत्तराखंड की ओर से भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग के प्रतिनिधि, हरिद्वार के खान अधिकारी श्री मोहम्मद काजिम रजा को सौंपा गया।
90% से अधिक लेखा परीक्षण समय पर पूर्ण
उत्तराखंड को यह पुरस्कार वर्ष 2023-24 के दौरान राज्य के सभी जिलों में खनन से प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति, पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य, शिक्षा, जनकल्याण आदि क्षेत्रों में की गई विकास योजनाओं की लेखा परीक्षा रिपोर्ट समय पर (90% से अधिक) पूर्ण किए जाने के आधार पर प्रदान किया गया।
बागेश्वर की खगोल विज्ञान प्रयोगशालाएं बनीं प्रेरणा स्रोत
कार्यशाला में उत्तराखंड की एक विशेष उपलब्धि को भी सराहा गया। बागेश्वर जनपद के राजकीय इंटर कॉलेजों में खगोल विज्ञान, प्रायोगिक शिक्षा और तकनीकी से छात्रों को जोड़ने के उद्देश्य से जिला खनिज फाउंडेशन न्यास (DMF) के अंतर्गत खगोल विज्ञान प्रयोगशालाएं (Astronomy Labs) स्थापित की गई हैं।
इन प्रयोगशालाओं को प्रेरणादायक कहानियों के रूप में PMKKKY Coffee Table Book में प्रकाशित किया गया है।
खनन से राजस्व ही नहीं, सामाजिक विकास भी
उत्तराखंड सरकार ने खनन क्षेत्र से प्राप्त निधियों का उपयोग केवल राजस्व अर्जन तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण जैसी आवश्यकताओं पर केंद्रित किया।
इस दिशा में उत्तराखंड की पहल को राष्ट्रीय मंच पर विशेष प्रशंसा मिली है।
निदेशक का वक्तव्य
भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय, उत्तराखंड के निदेशक श्री राजपाल लेघा ने कहा कि यह पुरस्कार राज्य के सभी जिलों में विभागीय समन्वय, पारदर्शिता और जनहित में प्रभावी कार्यान्वयन का प्रतिफल है। आने वाले समय में राज्य इसी भावना से खनन प्रभावित क्षेत्रों के चहुंमुखी विकास हेतु और अधिक प्रभावी योजनाएं लागू करेगा।