स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड में नैनीताल के पर्यावरण प्रेमियों ने कैंचीं धाम के सामने वाली पहाड़ी में वृक्षारोपण किया। दो दर्जन लोगों ने लगभग 720 वृक्ष लगाए।
गुरुवार सावेरे नैनीताल, कैंचीं धाम, सातताल और रामगढ़ से वृक्षारोपण टीम के सदस्य कैंचीं धाम के समीप के पहाड़ में पेड़ लगाने के लिए पहुंचे। उन्होंने, इस वर्ष हुई वनाग्नि में तीन बार जले जंगल को दोबारा हराभरा करने के लिए उस क्षेत्र में वृहद वृक्षारोपण किया। ये वही क्षेत्र था जहां कुछ समय पूर्व भूस्खलन का मलुवा सड़क पा करते हुए कैंचीं धाम के आगे वाले मंदिर और शिवालय में प्रवेश कर गया था। आज दर्जनों की संख्या में आए इन पर्यावरण प्रेमियों ने पुतली, बांज, कोइराल, रिंगाल, पांगड, चियुडे, रीठा, तुन, अखरोट आदि वृक्ष लगाए। इसके साथ ही अमरूद और आंवला जैसे फलदार वृक्षों के पौंधे भी लगाए गए। पेड़ लगाने में माहिर नौकुचियाताल निवासी गौरी राणा के आह्वान पर कैंचीं धाम के सामने की पहाड़ी पर बड़े सिरे में 720 वृक्ष लगाए। इस मौके पर दान सिंह बिष्ट, शमलिनी, जय, योगेश साह, यशपाल रावत, गौरी राणा, किशोर ढेला, मंनोज कुमार, पंकज बिष्ट, सुनील बिष्ट, पान सिंह ढेला, गौरव कुमार, मोहित आगरी, संदीप चौहान ‘सैंडी’, मानस, नरेश, सिद्धार्थ, नितेश, अनुश्री ने क्षेत्र को हरा भरा करने का प्रयास किया।