ब्यूरो रिपोर्ट विशाल सक्सेना
शांतिपुरी// जनपद में खनन को लेकर आए दिन फायरिंग की घटनाएं आम हो चुकी है। काशीपुर में खनन को लेकर की गई फायरिंग का मामला अभी ठंडा भी नही हुआ था कि किच्छा तहसील के शांतिपुरी नंबर तीन में खनन को लेकर शनिवार की सुबह भाजपा नेता संदीप कार्की की गोली मार कर हत्या कर दी।
सालो से क्षेत्र में बनी शांति को एक दोस्त ने दूसरे दोस्त पर गोली पर कर अशांत कर दिया। घटना की सूचना जैसे ही गांव में फैली वैसे ही क्षेत्र में दहशत का माहोल पैदा हो गया। हर किसी के जुबान पर बस एक ही बात थी अभी और कितनो की जान लेगा खनन।
पुलिस के मुताबिक घटना सुबह 10 से 11 बजे के बीच की है। गोली लगने के बाद घायल को लोगो अस्पताल ले जाया गया, जहा पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना पर घटना स्थल पर आसपास के थानों की फोर्स को तैनात कर दिया गया। साथ ही एसएसपी ने घटना स्थल का निरीक्षण कर प्रत्यक्ष दर्शियों से पूछताछ भी की। दोपहर बाद पोस्टमार्टम के बाद शव को शांतिपुरी लाया गया। जिसके बाद भारी सुरक्षा के बीच मृतक का दाह संस्कार कर दिया गया।
आरोपी के घर पहुंचे सीओ और भारी पुलिस फोर्स
भाजपा नेता की हत्या करने वाले आरोपी की धरपकड़ के लिए पुलिस टीम घटना के बाद आरोपी के घर पहुंची। घर पर मौजूद परिजनों से पूछताछ कर थाना पुलिस उन्हे पूछताछ के लिए थाने ले गई। देर शाम तक टीम परिजनों से पूछताछ करती रही। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के तीन डंफर, दो ट्रेक्टर ट्राली, एक जेसीबी, एक कार, एक स्कूटी और एक बाइक को कब्जे में लेकर सीज कर दिया है।
डमफर को भरने को लेकर हुआ था विवाद
पंतनगर थाना क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या के पीछे पुलिस पूछताछ में वजह जेसीबी से भराई को लेकर विवाद उत्पन्न होना प्रकाश में आया है।
घटना के दौरान आरोपी ने पहले दो लोगो के ऊपर तमाचा सटा दिया था। लेकिन मृतक संदीप कार्की ने बीच बचाव किया। जैसे तैसे मामला शांत भी हो गया था लेकिन आरोपी के छोटे भाई ने किसी बात को लेकर
संदीप को धक्का दे दिया। धक्का मुक्की को देख आरोपी ने संदीप पर सटा कर गोली चला दी। जिस कारण भाजपा नेता की मौत हो गई।
अवैध खनन ने बुझा दिए कई घरों के दीपक
पंतनगर थाना के शांतिपुर क्षेत्र में उत्तराखंड बनने से पूर्व ही क्षेत्र में खनन को लेकर कई घरों के दीपकों को बुझा दिया है। वर्चस्व की इस लड़ाई ने कई मां की कोख को सुना कर दिया तो कई महिलाओ के सुहाग छीन लिए। तो कई बच्चो को अनाथ बना दिया।
खनन को लेकर शांतिपुरी में पहली हत्या 1999 में हुई, जिसमे हरीश रावत की हत्या की गई थी। वर्ष 2001 में शांतिपुरी नंबर दो में दो युवक मुन्ना और नीतू की हत्या कर दी थी।
वर्ष 2003 में खनन के वर्चस्व को लेकर योगेंद्र चौहान की गोली मार कर हत्या कर दी थी। जिसके बाद कुछ वर्ष शांति के बिताने पर वर्ष 2009 में खनन को लेकर फिर गोलियां चली और रोहित तिवारी की हत्या कर दी गई। जिसके बाद 2014 में दबंग व पूर्व छात्र नेता प्रताप बिष्ट की हत्या कर दी थी। अब अवैध खनन को लेकर भाजपा नेता संदीप कार्की की हत्या कर दी गई।
अवैध खनन में होती लगातार कार्यवाही तो नही होती हत्या
खनन सत्र के साथ ही शांतिपुरी क्षेत्र में खनन पट्टा की आड़ में जम कर अवैध खनन होता है। ऐसा नहीं की अवैध खनन की जानकारी पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों को ना हो लेकिन राजनेतिक दखल के कारण खनन माफियाओ के आगे अधिकारी और कर्मचारी भी बोने साबित होते हुए आए है। माफिया अपने खेतो से रास्ता बना कर नदी का सीना चीरते हुए सरकार को राजस्व का चूना भी लगा रहे है। वित्तीय वर्ष में ना ही जिला प्रशासन और ना ही पुलिस प्रशासन द्वारा माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की हो। अब तक प्रशासन के कर्मचारियों ने छूट मूट कार्यवाही के अलावा किसी भी माफिया के खिलाफ कोई कार्यवाही अमल में लाई हो।
फौज से रिजाइन कर खनन के दल दल में घुसा हत्यारा
अवैध खनन को लेकर भाजपा नेता संदीप कार्की की हत्या करने वाला और कोई नही रिजाइन फौजी है। आरोपी फौजी कुछ साल फौज में नोकरी करने के बाद रिजाइन कर घर लौट आया था। जिसके बाद उसके द्वारा खनन में हाथ आजमाया।
खनन के दल दल में घुसने के बाद उसके द्वारा क्षेत्र में कई कारनामे भी किए। आरोपी द्वारा कुछ साल पहले खनन पट्टे में घुस कर तमंचे के बल पर धमकाने जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। और उसके बाद मटन बनाने को लेकर ढाबा मालिक को अधमरा करने का आरोप भी लगे थे। उसी धमक की वजह से आज हत्या कांड को भी अंजाम दे दिया।
मृतक का बचपना का दोस्त था आरोपी
भाजपा नेता की गोली मार कर हत्या करने वाला और कोई नही मृतक संदीप का बचपना का दोस्त था। मृतक के दोस्तो के मुताबिक आरोपी और मृतक ने शांतिपुरी इंटर कालेज से इंटर की पढ़ाई की थी। जिसके बाद आरोपी फोज में भर्ती हो गया। लेकिन कुछ साल फौज में बिताने के बाद वह घर वापस आ गया। कुछ साल पहले उसके द्वारा नगला बाईपास में ढाबे मालिक को पीट पीट कर अधमरा कर दिया था।
मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जिसपर मृतक संदीप द्वारा उसकी जमानत कराई थी। लेकिन उसे क्या पता था जिसकी उसके द्वारा जमानत कराई है वही एक दिन उसकी मौत का कारण बनेगा।