स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड के कुमाऊं कमिश्नर को गढ़वाल कमिश्नर के साथ देवस्थानम बोर्ड का कार्यकारी अधिकारी बनाने पर पूर्व विधानसभाध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने सरकार की कार्यशैली और मंशा पर शक जताया है ।
उन्होंने कहा की भंग करने के बाद प्रशासनिक अधिकारी बैठाने से लगता है कि सरकार कोई दूसरा रास्ता निकालना चाहती है ।
जागेश्वर से विधायक और पूर्व विधानसभाध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने राज्य सरकार के देवस्थानम बोर्ड का कार्यकारी अधिकारी नियुक्त करने के कदम पर सवाल उठाया है ।
उन्होंने कहा है कि जब देवस्थानम बोर्ड को भंग कर दिया गाया है तो किसी को भी उसका कार्यकारी अधिकारी कैसे बनाया जा सकता है ?
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गोविंद सिंह कुंजवाल ने एक वीडियो जारी कर कहा कि कुमाऊं के आयुक्त सुशील कुमार को आयुक्त गढ़वाल के साथ देवस्थानम बोर्ड का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि सरकार ने मंगलवार को देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की घोषणा की थी ।
उन्होंने इसे नियमविरुद्ध बताते हुए मुख्यमंत्री से इस आशय को स्पष्ट करने को कहा है । उन्होंने आशंका जताई है कि सरकार इस कदम को उठाकर कोई दूसरा रास्ता निकालना चाहती है जिसे पंडा समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा । कांग्रेसी नेता ने विपक्ष के विरोध के बावजूद सरकार द्वारा देवस्थानम बोर्ड का गठन करने पर भी सवाल खड़े किए।