भाजपा सरकार के जीरो टोलरेंस मुख्यमंत्री जी कार्यकाल में उनके विधान सभा क्षेत्र डोईवाला में सड़क निर्माण में राजनेताओं विभागीय अधिकारियों एवं ठेकेदार की मिलीभगत से सड़क निर्माण घोटाले को अन्जाम दिया गया।
विधानसभा क्षेत्र डोईवाला के अर्न्तगत थानों धारकोट मुख्यमार्ग से सिमियांदथाल सम्पर्क मार्ग निर्माण कार्य किया गया। इस सड़क की लम्बाई 2.00 किमी. दर्शायी गयी है एंव इस कार्य की लागत 80.81 लाख रूपये निर्धारित की गयी।
तत्कालीन मुख्यमंत्री जी की नजरों के सामने विभागीय अधिकारियेां द्वारा लिखी गयी पटकथा पर घोटाले को अन्जाम दिया गया। इस निर्माण कार्य जिन अनियमिताओं को अन्जाम दिया गया उसके मुख्य बिन्दु निम्न प्रकार हैं:-
1.इस तथाकथित 2.00 किमी0 सड़क का लगभग 800 मीटर हिस्सा इस क्षेत्र के पूर्ववर्ती विधायकों द्वारा निर्मित किया जा चुका था जो अब भी पूरी तरह ठीक था। लेकिन विभागीय अभियन्ताओं द्वारा अपने आगणन निर्माण में उसे भी दर्शाया गया जो पूर्व से निर्मित था।
2.विभागीय आगणन के अनुसार सड़क निर्माण में आर.सी.सी. सड़क की मोटाई 25से.मी. निर्धारित की गयी है, परन्तु ठेकेदार द्वारा निर्मित सड़क केवल 15 से 20 से.मी. मोटाई की बनाई गयी है। जिसमें 2 किमी. सड़क में 5 से 10 सेमी. मोटाई के मेटेरियल/लेबर का घपला किया गया है।
3.सड़क निर्माण में निर्मित किए गये पुस्तों का निर्माण पूर्ण तथा आर.सी.सी. के मसाले के साथ किया जाना था परन्तु विभागीय अभियन्ताओं की देख रेख में ठेकेदार द्वारा केवल आर.सी.सी. कालम का निर्माण करते हुए कोरे पुस्ते लगा दिये गये हैं एवं पुस्ते निर्माण में भी लोकल कच्चे पत्थरों का उपयोग किया गया है।
4.इस सड़क निर्माण में कतिपय लोगों को लाभ देने के लिए उनके खेतों में पुस्ते लगा दिये गये हैं जिन पुस्तों का सड़क से कोई लेना देना नही है।
5.विभागीय आगणन के अनुसार सड़क की चौड़ाई 10 फीट निर्धारित है, परन्तु ऐसी प्रतीत होता है कि कुछ स्थानों पर सड़क पूरी चौडाई की नही बनायी गयी है।
ज्ञात हुआ है कि इस कार्य से जुडे़ विभागीय अभियन्ताओं ने (AE/JE) अपना स्थानान्तरण करवा कर अपना पिण्ड छुड़ा लिया है।