स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड के नैनीताल स्थित सूखाताल में दो दिन पूर्व निरीक्षण के लिए खड़े कार्मिक सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी के स्थान पर अब पानी ही पानी भरा हुआ है ।
ह्यांकी और उनके अधिकारियों की टीम वाली हर एक जगह अब पानी में डूबी नजर आ रही है । हम आपको दो नजारे दिखा रहे हैं, एक में सचिव अरविंद ह्यांकी अपने अधिकारियों को निर्देश देते हुए और दूसरा उसी स्थान में पानी की झील बनी हुई ।
नैनीताल झील की जीवनदायनी सूखाताल झील में बरसातों के दौरान पानी जमा होता है और लगभग तीन माह में रीसता हुआ नैनीझील को स्वच्छ पानी के रूप में मिलता है ।
पिछले कुछ वर्षों में इस क्षेत्र में अत्यधिक अतिक्रमण होने के बाद यहां जमा पानी की निकासी करवाने का दबाव बनाया जाने लगा ।
प्रशासन, अतिक्रमणकारियों के सामने बौना सिद्ध हुआ जिसके बाद सूखाताल को बरसातों में भी पानी निकासी कराकर सूखा ही रखा जाने लगा । आयुक्त रहते अरविंद ह्यांकी ने इस बात को समझा और यहां के लिए एक प्रोजेक्ट स्वीकृत करवाया ।
सूखाताल के सौन्दर्यकरण का काम तेजी से चलने लगा । अरविंद ह्यांकी के ट्रांसफर के बाद अब वो कार्मिक सचिव बनकर अपने महत्वकांशी प्रोजेक्ट को देखने आए थे । सूखाताल को पानी सप्लाई करने वाली नालियों को ठीक करते ही झील में खूब पानी भर गया ।
उत्तराखंड सरकार के कार्मिक सचिव अरविंद ह्यांकी बीती 16 अक्टूबर को सूखाताल झील के पुनर्निर्माण का निरीक्षण करने पहुंचे थे । उनके आने के एक दिन के बाद 18 अक्टूबर को ही भारी बरसात के साथ झील लबालब भर गई ।