सतीश डिमरी, गोपेश्वर (च मोली)
युकेडी के नेता एवं जिला संगठन मंत्री अपने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए भूख हड़ताल पर बैठे ।
ग्राम रांग तोली, विकास खंड दशोली यूकेडी के नेता कहना है कि उनके द्वारा कई बार अपने क्षेत्र की समस्याओं के समाधान को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से सरकार तक अपनी बात पहुंचाई गई, लेकिन सरकार द्वारा इतने वर्षों में कोई संज्ञान नहीं लिया गया।
क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों से भी कई बार गुहार लगाई गई है। क्षेत्र से चुने हुए जन प्रतिनिधि भी सिर्फ चुनाव के समय वोट की मांग हेतु आते हैं, क्षेत्र की जनता की कोई मांग पूरी नहीं की जाती है।
हर तरफ से क्षेत्र समस्या के समाधान न होने पर अतंत: भूख हड़ताल पर जाना पड़ा। क्षेत्र की समस्या सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा के साथ बाल विकास से बेटियों को समय से गौरा नंदा योजना के तहत समय से धन राशि उपलब्ध नहीं हो पा रही है, यह समस्या मेरे क्षेत्र की ही नहीं है, यह पूरे जनपद चमोली की बेटियों की समस्या है।
उनका कहना है इसका भी बाल विकास विभाग और सरकार शीघ्र ही संज्ञान लेकर इसकी समीक्षा की जाए। उनका कहना है कि उनके क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षकों की कमी है, जबकि शिक्षित युवा रोजगार के लिए भटक रहा है और स्कूल बिना शिक्षकों के चल रहे हैं।
इसी के साथ उनके द्वारा लोक निर्माण विभाग पर अपने क्षेत्र की सड़कों के साथ सम्पूर्ण चमोली जिले की क्षेत्रीय सड़कों की गुणवत्ता को लेकर कई सवाल उठाए है।
उनका कहना है कि लोक निर्माण विभाग सड़क बनाने के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति कर रहा है, जिसमें कि गुणवत्ता की कमी देखी जा सकती। गड्डे भरने के नाम पर सिर्फ औचारिकता भर है, सरकार का बजट किस तरह दुर्गम सड़कों पर कैसे प्रयोग किया जा रहा है, आंखों देखा हाल देख सकते हैं, जिसमें दूरघटनाओं को न्योता देना जैसा है।
अपने क्षेत्र की सड़कों के गड्डे भरने के साथ ही सड़क की स्थिति ठीक करने की भी मांग रखी।
स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर उनका कहना है कि चमोली जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सभी वाकिफ हैं कि किस तरह अल्प संसाधनों में चल रही, सुविधा के नाम पर सिर्फ दिखावा है, धरातल की स्थिति काफी विकट है, छोटी समस्या को लेकर बाहर जाना पड़ता है, इसी के साथ नेत्र ऑपरेशन को लेकर भी जन शिकायतें आ रही है, कि चिकित्सालय द्वारा नेत्र लेंस गरीब जनता को काफी महंगे दिए जा रहे हैं यह स्थिति भी जनता का शोषण जैसा है।
इसी के साथ उनके द्वारा अपने गांव में एक छोटा सा जो 15 बेड तक का हो चिकित्सालय की मांग की है, ताकि उनके क्षेत्र के लोगों को छोटी सी समस्या को लेकर गोपेश्वर या अन्य जगह न भागना पड़े।
उनका कहना है कि उनकी हड़ताल तब तक जारी रहेगी जबतक उनकी मांगे न मानी गई। इसी के साथ उनके क्षेत्र ग्रामीणों द्वारा हुंकार भरी गई कि मांग पूरी नहीं तो वोट नहीं के साथ ही चुनाव में कोई भागीदारी नहीं। इस दौरान क्षेत्र के विभिन्न ग्रामीण ग्राम प्रधान सुखदेव कुमार, दौलत सिंह खत्री, अनसूया सिंह गोस्वामी, कुलदीप सिंह, मयंक फर्स्वाण, दिनेश, गजेंद्र, विजेंदर सिंह अस्वाल, दर्मा न सिंह अस्वाल मौजूद रहे।