- सांसद निधि खर्च करने में अजय टम्टा सबसे आगे, डाॅ कल्पना सैनी सबसे पीछे
उत्तराखंड के सांसदों की 74.12 प्रतिशत कुल 95.65 करोड़ की सांसद निधि खर्च होने को शेष है। इसमें लोकसभा सांसदों जिनका कार्यकाल समाप्त होने के कुछ माह ही बकाया है की, 64.77 प्रतिशत 56.45 करोड़ की सांसद निधि खर्च होने को शेष है।
केन्द्रीय मंत्री तथा नैनीताल सांसद अजय भट्ट की 61.31 प्रतिशत 10.6 करोड़ तथा पूर्व मुख्यमंत्री तथा पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत की 78.65 प्रतिशत 13.63 करोड़ की सांसद निधि खर्च नहीं हो सकी।
काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट ने उत्तराखंड के ग्राम विकास आयुक्त कार्यालय से सांसद निधि खर्च सम्बन्धी सूचना मांगी थी जिसके उत्तर में लोक सूचना अधिकारी/उपायुक्त (प्रशासन) सुधा तोमर द्वारा अपने पत्रांक 1109 के साथ सांसद निधि खर्च के जुलाई 2023 के विवरण उपलब्ध कराये गये है जिसमें जुलाई 2023 के अंत तक की उत्तराखंड के लोक सभा तथा राज्य सभा सांसदों को सांसद निधि खर्च का विवरण दिया गया है।
एडवोकेट नदीम के सूचना अधिकार प्रार्थना पत्र के उत्तर में भारत सरकार के सांसद निधि जारी करने वाले नोडल मंत्रालय सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के लोक सूचना अधिकारी से सांसद निधि जारी करने सम्बन्धी विवरण एम पी लैडस वेबसाइट पर उपलब्ध होना सूचित किया है। बेवसाइट से 12 अक्तूबर 23 को उपलब्ध सूचना डाउन लोड करने पर उत्तराखंड के वर्तमान सांसदों की 77 करोड़ की सांसद निधि जारी न होने का खुलासा हुआ है।
उपलब्ध विवरणों के अनुसार,उत्तराखंड के वर्तमान 5 लोक सभा सांसद कुल 85 करोड़ की सांसद निधि प्राप्त करने के पात्र हैं लेकिन उन्हें पिछली सांसद निधि किस्त के खर्च सम्बन्धी प्रमाण, आडिट रिपोर्ट आदि प्राप्त न होने के कारण 45 करोड़ की सांसद निधि 12 अक्तूबर 23 तक जारी ही नहीं हुई है जबकि भारत सरकार से प्राप्त 40 करोड़ की सांसद निधि में 2.15 करोड़ का ब्याज जोड़कर कुल 42.15 करोड़ की सांसद निधि में से जुलाई 2023 तक 11.45 करोड़ की सांसद निधि खर्च नहीं हो सकी। जारी न हुई जोड़कर कुल 56.45 करोड़ की सांसद निधि जो कुल सांसद निधि का 64.77 प्रतिशत है, खर्च होने को शेष है।
उत्तराखंड के राज्यसभा के वर्तमान 3 सांसदों के 12 अक्तूबर 23 तक 41.5 करोड़ की सांसद निधि प्राप्त करने पात्र हैं लेकिन उन्हें 32 करोड़ की सांसद निधि जारी नहीं हुई है जबकि भारत सरकार से प्राप्त 9.5 करोड़ की सांसद निधि में 0.4 करोड़ का ब्याज जोड़कर कुल उपलब्ध 9.9 करोड़ की सांसद निधि में से 7.2 करोड़ की सांसद निधि खर्च नहीं हो सकी है। जारी न हुई जोड़कर कुल 39.2 करोड़ की सांसद निधि जो कुल सांसद निधि का 93.56 प्रतिशत है, खर्च होने को शेष है।
12 अक्तूबर 23 तक लोक सभा सांसद 17-17 करोड़ रूपये की सांसद निधि भारत सरकार से प्राप्त करने के पात्र है। लेकिन हरिद्वार सांसद डाॅ0 रमेश पोखरियाल, नैनीताल सांसद अजय भट्ट तथा पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत को 7-7 करोड़ तथा अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा तथा टिहरी सांसद माला राज लक्ष्मी को 9.5-9.5 करोड़ की सांसद निधि 12 अक्तूबर 23 तक जारी हुई है। इनकी क्रमशः 10 करोड़ तथा 7.5 करोड़ की सांसद निधि जारी होने को शेष है।
इन सांसदों को जो सांसद निधि जारी हुई है उसमें से भी धनराशि खर्च होने को शेष है। हरिद्वार सांसद पूर्व केन्द्रीय मंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री डा0 रमेश पोखरियाल की कुल जारी ब्याज सहित 17.38 करोड़ में से जुलाई 2023 के विवरणानुसार 4.83 करोड़ खर्च होकर 72.21 प्रतिशत सांसद निधि खर्च होने को शेष है।
नैनीताल सांसद तथा केन्द्रीय मंत्री अजय भट्ट की 17.29 करोड़ की सांसद निधि में 6.69 करोड़ खर्च होकर, 10.6 करोड,़ 61.31 प्रतिशत शेष है ।
जबकि पूर्व मुख्यमंत्री तथा पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत की कुल 17.33 करोड़ की सांसद निधि में से 3.7 करोड़ खर्च होकर, 13.63 करोड़, 78.65 प्रतिशत सांसद निधि खर्च होने को शेष है।
अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा की कुल 17.08 करोड़ की सांसद निधि में से 7.84 करोड़ खर्च होकर 9.24 करोड़ 54.10 प्रतिशत खर्च होने को शेष है जबकि टिहरी सांसद श्रीमति माला राज लक्ष्मी की 18.07 करोड़ की सांसद निधि में से 7.64 करोड़ खर्च होकर 10.43 करोड़, 57.72 प्रतिशत सांसद निधि खर्च होने को शेष है।
राज्य सभा सांसद डाॅ0 कल्पना सैनी की कुल 7.5 करोड़ सासंद निधि में 0.05 करोड़ खर्च होकर 7.45 करोड़, 99.33 प्रतिशत तथा अनिल बलूनी की 22.4 करोड़ में से 1.95 करोड़ खर्च होकर 20.45 करोड़, 91.29 प्रतिशत व नरेश बंसल की 12 करोड़ में से 0.7 करोड़ खर्च होकर 11.3 करोड़, 94.17 प्रतिशत सांसद निधि खर्च होने को शेष है।