इंद्रजीत असवाल
लैंसडाउन पौड़ी गढ़वाल
विगत 10 वर्षों में लैंसडाउन विधानसभा में क्या विकास कार्य हुए हैं, इस पर माननीय विधायक लैंसडाउन महंत दिलीप सिंह रावत ने एक कलेण्डर सोशल मीडिया में पोस्ट किया हैं।
कलेण्डर में सड़क निर्माण,चिकित्सा, शिक्षा, पेयजल ,सड़क व अन्य विकास कार्यों को अलग अलग श्रेणियों में बांटा हुआ हैं।
प्रथम दृश्य यदी पोस्टर पर डाला जाए तो विकासखण्ड रिखणीखाल/बीरोंखाल में महंत दिलीप सिंह रावत के द्वारा विकास कार्य किये गए इस विषय पर अधिक बल दिया गया हैं। शायद अन्य 2 ब्लॉक का लेखाजोखा आना बाकी हैं।
विधायक ने अनेकों विकास कार्य किये हैं। जाहिर हैं एक कलेण्डर में आना सम्भव नही हैं। कलेण्डर जिन लोगों ने सोशलमीडिया में पोस्ट किया है वे अब जनता के ट्रोल का शिकार हो रहे हैं। तो चलो कलेण्डर में किये गए दावों व धरातल की हकीकत पर बात करते हैं।
प्रथम दृश्य सिंधी खाल से रथुवा ढाब हलदुखाल मार्ग का देखते हैं। यह 50 km सड़क विधायकजी के कथन के अनुसार हॉटमिक्स हो चुकी हैं।
जनता की जानकारी के लिए बता दूं कि इस सड़क का टेण्डर 4 महीने पहले हुआ हैं ।सड़क के ठेकेदार जी को अभी यमकेश्वर विधानसभा से BJP के टिकट पर चुनाव लड़ना हैं । इस लिए वे सड़क निर्माण कार्य नही कर रहे है क्योंकि ठेकेदार जी भी जानते हैं कि गुणवत्ता कैसी होगी और जनता फिर सड़क पर उतर कर वीडियो बनाने लग गई तो गई भैंस तारकोल में।
इसी में रिखणीखाल के नावे तल्ली में 3km सड़क निर्माण पर विधायक जी मोहर लगा चुके हैं। उन के हिसाब से नावे तल्ली में सड़क बन चुका हैं। जबकी नावे तल्ली के लिए सड़क हेतु भूमि अधिग्रहण का कार्य अभी सम्पन्न नही हुआ।
इस सड़क के लिए विगत 5 वर्षों से विधायक व ग्रामीणों के मध्य बहुत विवाद हुआ हैं। तूतू मैमै की स्थिति भी बनी हैं पर अभी सड़क का स्टीमेट नही बना है निर्माण कार्य इस वर्ष होगा या नही मालूम नही।
तीसरा मामला रिखणीखाल में तहसील के बनने का हैं जिसकी घोषणा वर्ष 2005 में तत्कालीन विधायक तेजपाल सिंह रावत ने की थी। इसके लिए बडियार गाँव कोटड़ी व मेदणी में सर्वे हुआ तो सही पर तहसील का भवन कहीं भी नही बना। फिलहाल तहसील रिखणीखाल में पीडब्लूडी के जर्जर भवन में चल रहा हैं यह उपतहसील हैं इस को अभी तहसील का दर्जा नही मिला हैं।
अब मैं बात कर रहा हूँ ग्राम कोटड़ी के लिए डबराड़ से पेयजल योजना की बात। इस योजना को पास हुए 1 वर्ष 9 महीने से अधिक लम्बा समय हो गया हैं । इस योजना का पहला स्टीमेट 95 लाख बना तब तक करोना की वजह से लॉकडाउन की स्थिति आई और लोहे (पाईप) सीमेंट की कीमतों में इजाफा हुआ तो स्टीमेट रिवाइज़ हुआ, जिसमें अप्रैल 2020 में 1 करोड़ 10 लाख का स्टीमेट बना। विधायक जी ने अनेकों बैठकों में यह बात कही है कि कोटड़ी के लिए हम ने पानी की योजना पास कर दिया हैं
अगले तगले महीने से काम हो जाएगा। इस विषय पर मैं स्वयं मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत,पुष्कर सिंह धामी से मिल चुका हूं। इस विषय पर अनेकों मंचों पर विधायक जी से हमारी खुली बहस हुई हैं पर योजना में स्वयं विधायक ने टांग अढ़ाई हैं।
3 महीने पूर्व जब इस योजना पर तीसरी बार स्टीमेट बना तो यह योजना 1 करोड़ 36 लाख की बनी जिस का अभी टेण्डर नही हुआ। 14 अगस्त को इस योजना का टेण्डर ऑनलाइन होना था पर जलसंस्थान कोटद्वार से JEE गुप्ता जी के कथन के अनुसार योजना में कुछ अड़चने आई इस लिए अभी कम से कम 6 महीने का वक्त लगेगा।