स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड में हल्द्वानी के पत्रकारों में पुलिस कप्तान(एस.एस.पी.)प्रह्लाद नारायण मीणा की कार्यशैली को लेकर उबाल। पत्रकारों के समूह ने डी.आई.जी.से मुलाकात कर अपनी शिकायत दर्ज करते हुए ज्ञापन सौंपा।
हल्द्वानी के पत्रकारों के एक दल ने आज डी.आई.जी.योगेंद्र सिंह रावत से मुलाकात कर शिकायती ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि पिछले कुछ समय से यहां के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक(एस.एस.पी.)ने पत्रकारों पर अलग अलग तरह से दबाव और अनर्गल, अनावश्यक नोटिस भेजकर भय का माहौल बनाने की कोशिश की है।
बताया गया कि ताजा घटना बीती 12 अगस्त की है जब शहर में एक क्राइम की खबर को लेकर इंटरव्यू लिए जाने संबंधी विषय में पत्रकारों द्वारा अधिकारियों के न मिलने की बात मीडिया ग्रुप में सामान्य शब्दों के साथ लिखी। इसको लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बेवजह पत्रकारों के दमन करने और उनके ऊपर भय का माहौल बनाने के लिए गैरजरूरी नोटिस जारी किए। डी.आई.जी.से कहा गया कि ये कोई पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी कई बार पत्रकारों को दबाने के लिए इसी प्रकार नोटिस भेजे जा चुके हैं। पत्रकारों ने अभिव्यक्ति की आजादी और लोकतंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पत्रकारों के ऊपर इस तरह की दमनकारी नीति का पुरजोर विरोध किया। ये भी कहा कि नैनीताल जिले में पत्रकारों के उत्पीड़न या उनपर अनावश्यक दबाव बनाने के प्रयासों के खिलाफ जिले के साथ पूरे प्रदेश के पत्रकारों में भारी आक्रोश है। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार चंद्रेश पांडे, अंकुर शर्मा, हरीश पांडे, शैलेंद्र नेगी, योगेश शर्मा, गीतेश त्रिपाठी, दिनेश पांडे, हर्ष रावत, अमित चौधरी, अंकित साह, भावनाथ पंडित, राहुल दरमवाल, अजहर सिद्दीकी, दीपक अधिकारी, ऋषि कपूर, श्रुति तिवारी, वंदना आर्य, नेहा पाल, रक्षित टंडन, अरकम सिद्दीकी समेत दर्जनभर पत्रकार मौजूद रहे।