स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड में नैनीताल स्थित खुर्पाताल के धधकते जंगलों की आग बुझाने के लिए वन विभाग ने देशभर से आए प्रशिक्षु आर.ओ.(रेंज ऑफिसर)को प्रत्यक्ष ट्रेनिंग दी। फारेस्ट फायर से निबटने जैसे महत्वपूर्ण सब्जेक्ट के लिए आए 23 आर.ओ.को ट्रेनिंग दी गई।
नैनीताल शहर व आसपास के क्षेत्र में शुक्रवार सवेरे से ही धुआं देखने को मिला जिसके कारण चारों तरफ विजिबिलिटी बहुत कम रही। बताया गया कि बल्दीयाखान के समीप देवीधुरा, बड़ौन और गांगीखड़क के साथ ही खुर्पाताल के जंगलों में लगी आग के धुएं ने जीना मुश्किल कर दिया। नैना रेंज के खुरपाताल की आग पर काबू पाने के लिए विभाग ने 40 फायर वॉचर भी आग बुझाने के लिए लगाए। इसके साथ ही हल्द्वानी के ऊत्तराखण्ड फॉरेस्ट्री ट्रेनिंग अकेडमी से भी 23 प्रशिक्षु रेंज ऑफिसर लाइव फायर को बुझाने की ट्रेनिंग लेने पहुंचे। इन सभी लोगों ने फायर लाइन कटवाकर आग के बढ़ते कदमों को थामने का भरसक प्रयास किया, लेकिन तेज हवा और सुखी घास पर पिरूल ने आग अत्यधिक तेजी से भड़का दी। बढ़ती आग को देखते हुए फायर विभाग की बड़ी गाड़ी को बुलाया गया, जिसने कुछ समय में ही सड़क से लगे जंगल की आग पर काबू पा लिया। प्रशिक्षुओं को मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं वृत्त पी.के.पात्रों ने जानकारी देते हुए आग पर बुझाने के तरीकों की जानकारी दी। ये 23 प्रशिक्षु राजस्थान, यू.पी., नागालैंड, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल से यहां आए हैं। उन्होंने बताया कि नैनीताल फायर डिवीजन में आग को काबू करने के लिए 298 फायर वॉचर लगाए गए हैं। डी.एफ.ओ.चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि उनके वन प्रभाग में सभी वनाग्नियों पर काबू पा लिया गया है। इस मौके पर वन संरक्षक बिजुलाल टी.आर., आर.ओ.नैना रेंज विनोद तिवारी, आर.ओ.मनोरा मुकुल शर्मा आदि वन से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।