स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- कोलकत्ता के आर.जी.कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता के खिलाफ नैनीताल के बी.ड़ी.पाण्डे अस्पताल और नर्सिंग कॉलेज के छात्र छात्राएं ने सड़कों पर उतरकर न्याय की मांग की। आंदोलनकारी एक रैली के रूप में मल्लीताल से तल्लीताल और वापस लौटे।
पशिम बंगाल के कोलकत्ता में महिला डॉक्टर के साथ आर.जी.कर अस्पताल में हुए बलात्कार और नृशंस हत्या मामले में देशभर आंदोलन की राह पर है। नैनीताल में भी आज दर्जनों की संख्या में डॉक्टर, सिस्टर, नर्स, कर्मचारी और व्यापार मंडलों ने जुलूस में हिस्सा लेकर अपना वीरोध जताया। मैडिकल स्टाफ ने एकजुट होकर मल्लीताल स्थित बी.ड़ी.पाण्डे अस्पताल से जुलूस की शुरुवात की। जुलूस मॉलरोड होते हुए तल्लीताल की गांधी प्रतिमा तक पहुंचा और वापस मॉलरोड होकर मल्लीताल में सम्पन्न हुआ। इस बीच स्टाफ ने जाबर्दस्त नारेबाजी कर माहौल को ज्वलंत कर दिया। उन्होंने, नारे और बैनर के माध्यम से संदेश में कहा, ‘जब सफेद कोट लाल हो जाता है, तो समाज काला हो जाता है’, ‘फांसी दो फांसी दो, बलात्कारियों को फांसी दो’, ‘हमें न्याय चाहिए’, ‘हम सभी शर्मिंदा हैं, बलात्कारी अभी जिंदा हैं’, ‘महिला हिंसा बंद करो’, ‘सुरक्षा नहीं तो ड्यूटी नहीं’ आदि…। इस मौके पर माँ नयना देवी व्यापार मंडल के अध्यक्ष पुनीत टंडन, तल्लीताल व्यापार मंडल के अध्यक्ष मारुति नंदन साह समेत अस्पताल के पी.एम.एस.डॉ.तरुण कुमार टम्टा, डॉ.एम.एस.दुग्ताल, डॉ.द्रौपदी गर्भयाल, डॉ.अनिरुद्ध गंगोला, डॉ.नरेंद्र सिंह रावत, डॉ.दीपिका लोहानी, डॉ.आरुषि गुप्ता, डॉ.कोमल गुरुरानी, डॉ.यति उप्रेती,
डॉ.मोनिका कांडपाल, डॉ.अभिषेक गुप्ता, डॉ.हर्षवर्धन पंत, डॉ.हिमांशु शरण, नेहा कांडपाल, डॉ.सुधांशु सिंह, डॉ.वी.के.मिश्रा, शशिकला पांडेय, ऋतु डेविड, डी.सी.पाण्डे, आई.के.जोशी, बी.एस.गंगोला, मंनोज के.पाण्डे, हिमांशु मठपाल, आरती राणा, भुवनेश्वरी रूपवाल, ललित जोशी समेत कई लोग शामिल रहे।