ब्रेकिंग न्यूज़(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड के नैनीताल में लम्बे समय से रुकी बरसात के बाद आज भारी ओलावृष्टि देखने को मिली है। धरती ने ओलों की चादर ओढ़ ली और तापमान में गिरावट महसूस होने लगी। घर के ऊपर पेड़ गिरने से दो लोग घर मे फंसे। आपदा प्रबंधन और वन विभाग की टीम मौके के लिए रवाना।
नैनीताल में इस वर्ष विंटर रेन हल्की से बहुत हल्की हुई थी। अप्रैल और मई माह में दिल्ली समेत पहाड़ों के कई नगरों और गांव में बरसात हुई लेकिन नैनीताल में बरसात न के बराबर हुई। गुरुवार दोपहर को बादलों का माहौल बनने के बावजूद कुछ देर में बादल हवा के साथ उड़ गए। शाम लगभग आठ बजे अचानक पश्चिम की तरफ से काले बादल उड़ते हुए आए और कुछ ही देर में आसमान को घेर लिया। लगभग नौ बजे से बरसात शुरू होने के साथ ही सवा नौ बजे से आसमान से भारी ओलावृष्टि शुरू हो गई। देखते ही देखते ओलों के तेज वेग ने काश्तकारों को सब्जी, फल और फूल का भारी नुकसान पहुँचा दिया। नैनीताल व आसपास के क्षेत्र में हुई इस अतिवृष्टि से तापमान में गिरावट देखी जा रही है। इससे, पानी से जूझ रही नैनीझील को थोड़ा पानी मिलने की उम्मीद भी बढ़ गई है। ओलों की सफेद चादर ने क्षेत्र के कई हिस्सों को घेर लिया है। बादलों की गड़गड़ाहट और आकाशीय बिजली चमकने के कारण कुछ देर के लिए विद्युत आपूर्त्ति भी ठप हो गई थी। तूफान से स्प्रिंग फील्ड में भगवती रावत और रतन सिंह रावत के घर के ऊपर पेड़ गिर गया, जहां दो लोग घर मे फंसे हैं हुए हैं। आपदा प्रबंधन और वन विभाग की टीम मौके के लिए रवाना।