स्टोरी,(भुवन ठठोला गुड्डू
दरियादिली आज भी जिंदा है,नैनीताल निवासी एक सामाजिक कार्यकर्ता ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए एक पर्यटक के चेहरे पर वापस से मुस्कान ला दी।
जी हां जहां राज्य में आए दिन चोरी डकैती के मामले सामने आते हैं वही दरियादिली आज भी लोगों के जेहन में कहीं देखने को मिलती है । जिसका एक जीता जागता उदाहरण हल्द्वानी से है।
दरअसल बिजनौर से आए पर्यटक नैनीताल घूमने के लिए आए थे।जो कि हल्द्वानी नैनीताल राष्ट्रीय मार्ग रूई बाईपास के पास रास्ते में रुके थे,लेकिन हल्द्वानी पहुंचने के बाद इनको अपने पर्स की याद आई जो ढूंढने पर पता चला की पर्स इनकी जेब में नही है वह रास्ते में कहीं भूल आए हैं।
उतने में सचिन कुमार नैनीताल को आ रहे थे। जिनकी नजर रास्ते में पड़े पर्स पर पड़ी सचिन कुमार ने तुरंत पर्स मल्लीताल कोतवाली में जाकर जमा करवाया पुलिस ने पर्स में रखे नंबर की सहायता से पर्यटकों को सूचित कर उनको नैनीताल बुलाया और उनको पर्स वापस लौटाया।
सचिन कुमार नैनीताल के रहने वाले हैं,साथ ही एक सामाजिक कार्यकर्ता भी है। जिन्होंने इंसानियत की मिसाल पेश की है।