कोरोना के कहर से विश्व प्रसिद्ध देवीधुरा बग्वाल मेला स्थगित
– शर्तों के साथ देवीधुरा में सिर्फ सांकेतिक रूप में होगी बग्वाल
– रक्षाबन्धन के अवसर पर नहीं होगा मेले का आयोजन
रिपोर्ट- सूरज लडवाल
चम्पावत। जिले के पाटी ब्लॉक अन्तर्गत माँ वाराही धाम देवीधुरा में कोरोना को मध्येनजर रखते हुए रक्षाबन्धन के अवसर पर आयोजित होने वाली विश्व प्रसिद्ध बग्वाल (पत्थर वर्षा) का आयोजन तमाम शर्तों के साथ सिर्फ सांकेतिक तौर पर होगा। या यूँ कहा जा सकता है कि, इस वर्ष संस्कृति को बनाए रखने के लिए ही चुनिन्दा लोगों द्वारा बग्वाल खेली जाएगी और मेले व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी स्थगित कर दिया गया है। इसके साथ-साथ माँ वज्र वाराही की पूजा में भी सामाजिक दूरी के साथ कुछ चुनिन्दा लोग ही शामिल हो पाएँगे।
बताते चलें कि, रविवार को बग्वाल को लेकर देवीधुरा में मन्दिर कमेटी अध्यक्ष खीम सिंह लमगड़िया की अध्यक्षता में हुई बैठक में मन्दिर समिति, प्रशासन, चार खाम, सात तोक के मुखिया व ग्रामीणों ने संस्कृति को बचाए रखने के लिए इस बार बग्वाल को सांकेतिक रूप में किए जाने की बात तय की। रविवार को हुई बैठक में ग्रामीणों से घर पर रहकर ही माँ वाराही की पूजा अर्चना करने की अपील की गई और माँ वाराही धाम का प्रसाद घरों में पहुँचाने का निर्णय किया गया।
बैठक में यह भी तय किया गया कि, पूजा के दौरान चार खामों के मुखिया ही सम्मिलित हो सकेंगे। गातव्य हो कि हर वर्ष की भाँति संस्कृति को बचाए रखने के लिए माँ का डोला प्रशासन की कड़ी निगरानी में मुचकुंद ऋषि के आश्रम (मच्वाल) तक जाएगा। जिसमें चुनिन्दा लोग ही शामिल हो पाएँगे। पूरी प्रक्रिया के दौरान जिला पंचायत द्वारा सेनेटाइजर व सफाई कर्मियों की खास व्यवस्था की जाएगी।