संदीप भट्टकोटी, रूद्रप्रयाग।
उत्तराखण्ड की केदारनाथ विधानसभा से दस साल तक विधायक रही तेज तर्रार नेत्री शैलारानी रावत को नई जिदंगी तो मिली ही, साथ ही उन्होंने कैंसर जैसी बीमारी को मात देकर यह भी साबित कर दिया कि हिम्मत और दृढ इच्छा शक्ति के आगे बड़े से बड़ा संकट भी टल जाता है।
शैला रानी ने कहा कि सबसे पहला काम उनका यह होगा कि कैंसर की बीमारी से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को जागरूक करना और इसके लिए वह क्षेत्र में जगह-जगह कैंप लगाएंगी।
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लंबे समय बाद जब शैला रानी आज गुरूवार को जिला मुख्यालय रूद्रप्रयाग पहुंची तो सैकड़ों समर्थकों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। पूर्व विधायक ने कहा कि कैंसर जैसी बीमारी को हराने के बाद उनकी हिम्मत और अधिक बढी है और अब वह दुगनी मेहनत से जनता की सेवा करेंगी।
पूर्व विधायक ने कहा कि समर्थकों और क्षेत्र की जनता के आशीर्वाद से ही उन्हें नई जिंदगी मिली है और अब वह उनके हर दुख-दर्द में साथ रहेगी। अपनी अगली राजनीतिक पारी के बारे में हालांकि ज्यादा कुछ तो नहीं कहा लेकिन उनके अंदाज से यह साबित हो गया कि कैंसर को मात देने के बाद अब वह फिर से राजनैतिक समर में विपक्षियों को चित करने के लिए फिर से तैयार है।