जगदम्बा कोठारी
विश्व प्रसिद्द धाम केदारनाथ के कपाट आज सुबह 5 बजकर 35 मिनट पर आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये गये हैं। देर रात 12 बजे से ही कड़ाके की ठंड मे भक्त गण बाबा केदार के कपाट खुलने का इंतजार कर रहे थे।
सर्वप्रथम बाबा की चल विग्रह डोली को मंदिर मे प्रवेश कराया। इसके बाद गर्भ ग्रह मे बाबा की विशेष पूजा की गयी। इस दौरान समूची केदारघाटी भोले के जय कारों से गूंजी उठी।समुद्र तल से 11654 फीट की ऊंचाई पर स्थित केदार धाम सरस्वती और मंदाकनी नदी के संगम पर स्थित है जो कि बारह ज्योर्तिलंगों मे ग्यारहवां स्थान रखता है।
ग्रीष्मकाल मे 6 माह बाबा केदार की पूजा केदारनाथ मे होती है और शीतकाल के 6 माह बाबा के दर्शन ओमकारेश्वर मंदिर उखीमठ मे होते हैं।
जून 2013 की आपदा मे समूची केदारघाटी तहस नहस हो गयी थी लेकिन इतनी बड़ी प्रलय मे सिर्फ मंदिर सुरक्षित रह पाया था। इस आपदा मे हजारों श्रद्धालुओं सहित सैकड़ों स्थानीय लोग मारे गये थे।जिसके बाद केदारघाटी मे तेजी से पुर्ननिर्माण कार्य किये गये। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि केदारनाथ यात्रा को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह मुश्तैद है। सभी यात्रियों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाएगा।