कुमार दुष्यंत/हरिद्वार
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एकबार फिर हरिद्वार की यात्रा पर हैं।वह इसबार पातंजलि के नवनिर्मित भवन आचार्यकुलम के उद्घाटन के अवसर पर 27 सितंबर को हरिद्वार पधार रहे हैं।पीएम नरेंद्र मोदी को भाजपा द्वारा हरिद्वार से लडाए जाने की चर्चाओं व स्वामी रामदेव द्वारा 2019 के चुनाव में भाजपा व मोदी का प्रचार न करने के बयान के बीच शाह के इस दौरे पर सबकी नजर है।
अमितशाह का पिछले चार महीने में हरिद्वार का यह तीसरा दौरा है।हालांकि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट पीएम के हरिद्वार से चुनाव लडने की बाबत हाईकमान से किसी आदेश-निर्देश मिलने से इंकार कर चुके हैं।लेकिन नरेंद्र मोदी जी के हरिद्वार से लडने की चर्चाएं वायरल होने के बाद से शाह के उत्तराखंड के प्रत्येक दौरे को 2019 की ही तैयारियों के तौर पर ही देखा जा रहा है।हालांकि शाह पातंजलि में सिर्फ आचार्यकुलम का उद्घाटन करने आ रहे हैं।लेकिन माना जा रहा है कि वह यहां पिछले कुछ समय से भाजपा व केंद्र सरकार के खिलाफ राग अलाप रहे बाबा रामदेव को अपनी जादू की झप्पी देने ही आ रहे हैं।
बाबा रामदेव ने जून 2013 में दिल्ली के रामलीला मैदान में महिलाओं के कपड़े पहनकर भागने वाली घटना के बाद कांग्रेस सरकार के पतन का प्रण लिया था।इसके बाद वह देशभर में कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाने के लिए निकल गये।व फिर 2014 में मोदी सरकार के सत्तारूढ़ होने के बाद ही पातंजलि लौटे थे।लेकिन इसके बाद तिल-तिल कर उनकी केंद्र सरकार से दूरियां बढती रही।
पैरवी के बावजूद वह उत्तराखंड से किसी को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करवा पाए।महंगाई व कालेधन को लेकर भी उनका असंतोष जबतब उनके बयानों में जाहिर होता रहा।हाल में उन्होंने कहा है कि वह 2019 में भाजपा व मोदी सरकार का प्रचार नहीं करेंगे।इसे भाजपा सरकार से उनकी बढती दूरियों के रुप में ही देखा जा रहा है।
पैंतीस रुपए लीटर की दर से नागरिकों को पेट्रोल उपलब्ध करा देने के उनके दावे को भी केंद्र के खिलाफ ही माना जा रहा है। हरिद्वार से केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली कूच रहे हजारों किसानों को भी उन्होंने पातंजलि में दो दिन का आतिथ्य देकर अपने मंसूबों का ही संदेश दिया है।
समझा जा रहा है कि कल पातंजलि पहुंचकर अमितशाह बाबा रामदेव के सुरों को साधने की कोशिश करेंगे।हरिद्वार के शांतिकुंज व संतों के आश्रमों में माथा टेकने के बाद अब टेढी चाल चल रहे बाबा रामदेव के दरबार में अमितशाह की हाजिरी से पीएम नरेंद्र मोदी को हरिद्वार से लोकसभा चुनाव लड़वाए जाने की चर्चाओं को फिर से बल मिल रहा है।