इंद्रजीत असवाल
बात उत्तराखंड के जनपद पौड़ी गढ़वाल विकासखंड जयहरीखाल तहसील सतपुली के ग्राम सभा कांडामल्ला की है। जो मकान आपको दिख रहा है ये कम से कम 250 साल पुराना है। इस मकान के तीन हिस्सेदार हैं, जिसमे दो हिस्सेदार एक जगदीश सिंह तथा दूसरे लखन सिंह धनबल से मजबूत हैं, जिस कारण उन्होंने गाँव से पलायन कर दिया।
अब रह गई तीसरी हिस्सेदार बेलमती देवी जो कि आज भी इसी मकान में रहने को मजबूर है क्योंकि वो गरीब है।
बेलमती देवी के पति स्व मेहरवान सिंह जहरीखाल विकासखंड से पहले नेत्रदान करने वाले व्यक्ति थे। इस मकान के बीच का हिस्सा बेलमती देवी का है।
इस मकान के किनारे वाला हिस्सा पूरी तरह टूट चुका है जिससे बेलमती देवी को खतरा उत्पन्न हो गया है। कभी भी कोई भी दीवार टूट सकती है, जिससे जानमाल का खतरा हो सकता है बेलमती देवी ने कई बार उन हिस्सेदारों से कहा कि या तो वे मकान की मरम्मत करवाएं या फिर टूटे हिस्से का मलवा हटा दें परन्तु किसी ने उनकी नही सुनी। उन्होंने जिलाधिकारी पौड़ी को को भी सूचना दी, उनके द्वारा संबंधित मकान मालिक को आदेश दिया गया था परन्तु इस पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई।
बेलमती देवी की उम्र 70 साल से अधिक है। बेलमती देवी की विधवा पेंसन है जो कि अभी तक केवल एक ही बार उन्हें मिली है व एक पांव से अपाहिज भी है। न तो इनके पास गैस कनेक्सन है, ना बीपीएल कार्ड और न ही इन्हें किसी आवास योजना का लाभ मिला।