अस्वस्थ होने के बावजूद भी ड्यूटी पर पहुंचे एसडीएम पूरण सिंह राणा, लोगों ने की सराहना
काम से जी चुराने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए लिखी प्रेरणा की इबारत
नीरज उत्तराखण्डी
अक्सर चुनाव के दौरान या कोई सरकारी प्रशिक्षण या राष्ट्रीय कार्यक्रम पर ड्यूटी लगने पर काम से जी चुराने वाले कर्मचारी व अधिकारी अपने कर्तव्य से कन्नी काटने लिए बीमारी का बहाना बनाकर ड्यूटी कटवाने के लिए ऐडी चोटी का जोर लगाते हैं और यहाँ तक डाक्टरों से अस्वस्थ होने का प्रमाण पत्र तक हासिल कर लेते है और कामयाब भी हो जाते है। विशेष कर चुनाव जैसे राष्ट्रीय अभियान में भी ऐसा ही देखा जा सकता है, लेकिन यहां कुछ ऐसे कर्तव्यनिष्ठ और समर्पित अधिकारी भी है जो मर्ज के बावजूद भी ड्यूटी पर पहुंच कर अपना फर्ज अदा करके एक सीख दे जाते हैं।
जी हां ऐसा ही कुछ कर दिखाया पुरोला के अस्वस्थ चल रहे उप जिलाधिकारी पूरण सिंह राणा ने। जो आपरेशन के बाद भी देहरादून से उत्तरकाशी मतगणना डयूटी पर पहुंचे, जबकि डाक्टर ने उन्हें आराम करने के लिए कहा है, उनके इस कर्तव्यनिष्ठा की प्रशंसा हो रही है।
पुरोला के युवा कर्तव्यनिष्ठ ऊर्जावान व तेजतर्रार अधिकारी एसडीएम पूरण सिंह राणा बीमार होने के बावजूद भी मतगणना केंद्र ड्यूटी पर पहुंचे एसडीएम के जज्बे और जुनून को देखकर सभी ने खूब सराहना की है।
राजकीय कीर्ति इंटर कॉलेज उत्तरकाशी में मतगणना ड्यूटी के दौरान उस समय सब आश्चर्य चकित रह गए, जब पुरोला विधानसभा कक्ष में एसडीएम मरीज की पोशाक पहने बेड पर लेटे नजर आए।
बतातें चलें कि उनका कुछ दिन पहले ही स्पाइनल कॉर्ड का ऑपेरशन हुआ है, जिस कारण डॉक्टर ने उन्हें बेड रेस्ट के लिए कहा गया है।
पुरोला एसडीएम पूरण सिंह बेड रेस्ट पर होने के बावजूद भी ड्यूटी पर पहुंचे। मतगणना कक्ष के बाहर एक बेड लगाया गया था, जहां पर वे इस दौरान थोड़ी-थोड़ी देर में आराम कर रहे थे। उनके जज्बे और कर्तव्यनिष्ठा को देखकर प्रशासन की पूरी टीम ने सराहना की।
इस दौरान जब मीडिया ने उनसे बात की तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि समस्या है, लेकिन ड्यूटी तो करनी ही थी।