राहुल गांधी की रैली में आज जनरल भुवन चंद्र खंडूरी के पुत्र मनीष खंडूरी ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। इसके साथ ही भाजपा के पौड़ी लोकसभा सीट पर समीकरण फिर से बनाने की नौबत आ गई है।
राहुल की रैली मे जुटी पब्लिक के हुजूम ने भी भाजपा के माथे की शिकन बढा दी है।
मनीष खंडूरी के बाद अब यह तय माना जा रहा है कि भले ही मनीष खुद आर्मी से नहीं है लेकिन उनके पिता भुवन चंद्र खंडूरी की सियासत का लाभ अब कांग्रेस को मिल सकता है।
राहुल गांधी ने जनरल खंडूड़ी को कांग्रेस के लिए जरूरी बताते हुए भाजपा पर आरोप लगाया कि जनरल खंडूरी को रक्षा समिति के मामले में सच बोलने की सजा दी गई।
राहुल गांधी ने कहा कि जनरल खंडूरी ईमानदार नेता हैं। जाहिर है कि कांग्रेस इस चुनाव में अब जनरल खंडूड़ी की लोकप्रियता को भुनाने में पीछे नहीं रहेगी। वहीं भाजपा को जनरल खंडूरी की न तो तारीफ करते बन रहा है और ना ही आलोचना करते।
इससे पहले भाजपा यह मान कर चल रही थी कि इस सीट पर यदि गैर सैन्य पृष्ठभूमि के व्यक्ति को भी चुनाव लड़ाया जाता है तो फौजी वोट बैंक लगभग एक तरफा भाजपा को समर्थन देगा, अब भाजपा की मजबूरी हो गई है कि वह पौड़ी लोकसभा से सैनिक पृष्ठभूमि के व्यक्ति को ही टिकट प्रदान करें।
इसके साथ ही यह भी तय हो गया है कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में कर्नल अजय कोठियाल को टिकट नहीं दे रही है। ऐसे में यदि कर्नल अजय कोठियाल को भाजपा भी टिकट नहीं देती तो वह निर्दलीय लड़ेंगे।
इस समीकरण में भाजपा के पाले मे एक तरफा माना जा रहा फौजी वोट बैंक तीन जगह बंट जाएगा।
भाजपा को मिलने वाले फौजी वोटों का एक बड़ा हिस्सा निर्दलीय लड़ने पर कर्नल अजय कोठियाल ले जायेंगे। साथ ही काफी फौजी वोट कांग्रेस के टिकट के लगभग तय प्रत्याशी जनरल खंडूड़ी के पुत्र मनीष खंडूरी के साथ जा सकते हैं।
ऐसे में भाजपा को फौजी वोट बैंक का नुकसान तय माना जा रहा है। बहरहाल लगभग एक सप्ताह से चली आ रही मान मनोबल का कोई फायदा न होने से भाजपा को झटका लगा है। अब इस सीट पर नए सिरे से ‘प्लान बी’ पर काम करने लग गई है। देखना यह है कि भाजपा अब किस सैन्य पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति पर लगाती है !!