जगदम्बा कोठारी। रूद्रप्रयाग
जनपद के विकास खंड जखोली के जयंती गांव के बहुचर्चित विमला देवी हत्याकांड के मुख्य आरोपी मुकेश थपलियाल को जिला एंव सत्र न्यायाधीश हरीश कुमार गोयल ने आजीवन कारावास व बीस हजार अर्थदण्ड की सजा सुनाई है।
26 अगस्त 2016 की मध्यरात्रि को मुकेश थपलियाल ने अपनी ही सगी चाची विमला देवी की उसी के घर पर हत्या कर दी गयी थी जब वह घर पर अकेली थी। विमला देवी घर पर अपनी पुत्रवधू के साथ रहती थी। विमला देवी की पुत्रवधू जन्माष्टमी पर्व पर अपने मायके कोठियाडा गयी हुयी थी। उसी रात आरोपी विमला देवी के घर मुख्य दरवाजा (चैनल) का कुण्डा उखाड़ कर घर मे घुसा और और विमला देवी के सिर पर लोहे के हथियार से वारकर उसकी हत्या कर दी गयी। इसके बाद आरोपी ने घर मे जमकर लूटपाट की और घर मे रखा राशन, कपड़े विमला के शव के ऊपर फेंककर रसोई गैस के सिलेन्डर लीक कर घर को धमाके से उड़ाने का प्रयास किया गया लेकिन सिलेन्डर मे पर्याप्त गैस नही होने का करण सिलेन्डर मे धमाका नही हो सका मगर घर मे आग लग चुकी थी।
सुबह स्थानीय ग्रामीणों ने विमला देवी के घर से धुआँ निकलते देखा तो विमला देवी के घर पहुंचने पर ग्रामीण वहां का मंजर देख घबरा गये। उन्होंने तत्काल पुलिस चौकी मयाली को सूचना दी। सूचना पर चौकी प्रभारी मयाली जयन्ती गांव पहुँचे। लगभग दस दिन जयन्ती गांव मे डेरा डालने के बाद पुलिस ने 5 सितम्बर 2016 को विमला देवी के भतीजे मुकेश थपलियाल को हिरासत में लिया।
पुलिस जांच मे सामने आया कि वर्ष 2009 मे मुकेश थपलियाल गांव की ही एक नाबालिग व अनाथ लड़की का लम्बे समय से यौनशोषण कर रहा था। जब वह लड़की गर्भवती हो गयी तो मुकेश उसको प्रसव के समय जंगल मे एक गुफा में ले गया। सप्ताह भर जंगल मे रहने के बाद युवती ने जंगल मे ही एक पुत्र को जन्म दिया जिसे की मुकेश थपलियाल ने जंगल मे ही मारकर दफना दिया।
यह बात जब ग्रामीणों को पता चली तो मुकेश ने ग्रामीणों से वादा किया कि वह इस युवती से शादी करेगा और उसे लेकर कहीं बाहर शहर चला गया।
पाँच वर्ष बाद 2014 मे जब मुकेश दोबारा जयन्ती गांव आया तो विमला देवी ने मुकेश से उसके साथ गयी युवती के विषय मे पूछा तो मुकेश ने कहा कि वह मुझे छोड़कर कहीं चली गई। विमला देवी ने उस युवती को अपनी बेटी की तरह पाला था तो उसे मुकेश के कथन पर यकीन नहीं हुआ। इसी दौरान मुकेश के परिजनों ने मुकेश की शादी कहीं और तय कर दी और विमला देवी मुकेश की शादी का विरोध करती रही।
इसी रंजिश के चलते मुकेश थपलियाल ने 26 अगस्त को मध्यरात्रि मे विमला देवी की र्निदयता से हत्या कर दी थी।
लेकिन तब पुलिस द्वारा कोर्ट में प्रयाप्त साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किये जाने के कारण जल्द ही आरोपी को जमानत मिल गयी थी।
5 मार्च 2017 को तहसील प्रशासन जखोली को सूचना मिली कि 40 वर्षीय सरोजनी देवी पत्नी त्रिलोक सिंह रावत निवासी ग्राम लिस्वाल्टा पट्टी बांगर जो कि घर पर अकेली थी, दो दिन से लापता है। स्थानीय ग्रामीणों व राजस्व पुलिस की काफी खोजबीन के बाद सरोजनी देवी का अधजला शव उनके घर के पीछे छोटे से खेत मे दफनाया हुआ मिला।
6 मार्च 2016 को यह मामला रेगुलर पुलिस जखोली को हस्तांतरित कर दिया गया। अब इसे संयोग ही कहा जाएगा कि 6 मार्च को ही जखोली मे पुलिस चौकी का उद्घाटन समारोह था।
अब पुलिस के लिए पहले ही दिन मिले इस हत्याकांड का खुलासा करना एक चुनौती बन चुका था।
पुलिस ने जांच मे पाया कि सरोजनी देवी की रस्सी से गला घोंटकर हत्या की गयी है। हत्या के बाद शव को जलाने का प्रयास किया गया और उसके बाद शव को घर के पीछे छोटे से खेत मे दबा दिया।
फिर आरोपियों ने घर मे रखे लाखों के जेवर और नकदी पर हाथ साफ कर चलते बने।
प्राथमिक जांच में पुलिस समझ चुकी थी कि महिला घर मे अकेली थी और हत्या लूटपाट के इरादे से की गयी है।
लगभग डेढ़ माह की मशक्कत के बाद पुलिस ने विमला देवी हत्याकांड मे जमानत पर रिहा मुकेश थपलियाल को ही सबूतों सहित सरोजनी देवी की हत्या मे गिरफ्तार किया।
सख्ती से पूछताछ के बाद उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया व उसकी निशान देही पर चोरी किये जेवरात भी बरामद कर लिए।
शातिर बदमाश है मुकेश थपलियाल
जब मुकेश थपलियाल को लगा कि सरोजनी देवी की हत्या करने मे पुलिस को उस पर शक हो चुका है तो उसने गौचर कर्णप्रयाग मोटर मार्ग पर अपनी मोटर साइकिल सड़क से निचे गिरा दी और अपना आधार कार्ड और एक जूता सड़क पर फेंक दिया ताकि पुलिस को लगे कि वह वाहन दुर्घटना में मर चुका है।
लेकिन पुलिस को भी यकीन था की मुकेश जैंसा शातिर अपराधी इतनी आसानी से नहीं मर सकता।
इसी दौरान पुलिस मोबाइल काल डिटेल के आधार पर कर्णप्रयाग निवासी सोनू को हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ पर सोनू ने बताया कि मुकेश ने और उसने मिलकर लूट के इरादे से सरोजनी देवी की हत्या की है व मुकेश थपलियाल ने वाहन दुर्घटना का षड्यंत्र पुलिस को गुमराह करने के लिए रचा है और वह जीवित है। कई जगह दबिश देने के बाद मुकेश को आखिर पुलिस ने गिरफ्तार कर ही लिया था गिरफ्तारी के दौरान मुकेश के पास देसी तमंचा भी बरामद किया।
पुरसाडी जेल मे हुयी मुकेश व सोनू की दोस्ती
मुकेश थपलियाल विमला देवी की हत्या के आरोप में पुरसाडी जेल में बन्द था और सोनू नाबालिक लडकी को भगाने के आरोप में जेल मे सजा काट रहा था। वहीं दोनो की एक दूसरे से मुलाकात हुई और दोनो ने जमानत पर आते ही सरोजनी देवी को घर मे अकेला पाकर उसकी हत्या कर शव को खेत मे दबा दिया और घर मे लूटपाट की।
फिलहाल जिला एंव सत्र न्यायालय ने उसे विमला देवी हत्याकांड मे दोषी पाए जाने पर धारा 302, 436, 201, 34/16, 6/17 के तहत बीस हजार अर्थदण्ड सहित आजीवन कारावास की सजा सुनाई है और अभी सरोजनी देवी की हत्या सहित दो मामलों में सजा होनी बाकी है ।