जनपद टिहरी गढ़वाल की मुनिकीरेती थाना क्षेत्र के अंतर्गत क्राइम ब्रांच की एक ऐसी लुटेरी दरोगा का खुलासा हुआ है जो योग अकादमी संचालित करने वाले डॉक्टर संजीव कुमार पांडे से ₹5 लाख वसूलने के बाद और अधिक पैसा वसूलने को लेकर इतना अधिक दबाव बना रही है कि डॉक्टर आत्महत्या के लिए मजबूर हो गया है।
पुलिस की वर्दी को दागदार करने वाली यह महिला दरोगा अकेली नहीं है, बल्कि यह अपने 2-3 और साथियों के साथ गैंग बनाकर इन पर दबाव बना रही है व्यक्ति ने इस खुफिया दरोगा की शिकायत सीधे पुलिस महानिदेशक से की है। यह व्यक्ति एक योग अकादमी चलाते है।
महिला दरोगा और उसके साथियों के साथ की कॉल रिकॉर्डिंग भी पुलिस महानिदेशक को सौंपी गई है। इसकी कुछ क्लिप्स पर्वतजन के पास भी उपलब्ध है।
जिला टिहरी गढ़वाल की मुनि की रेती में वेदांता इंटरनेशनल योग अकादमी संचालित करने वाले डॉ संजीव कुमार पांडे ने क्राइम ब्रांच की दरोगा और उसके साथियों की कॉल रिकॉर्डिंग डीजीपी को सौंप दी है। पर्वतजन के सूत्रों के अनुसार शिकायत में जांच के आदेश हो गए हैं और इसकी जांच उप पुलिस अधीक्षक कोटद्वार कर रहे हैं। बड़ा सवाल यह है कि जब आम आदमी की रक्षक पुलिस की इस तरह से खाकी को दागदार करेगी तो आम आदमी आत्महत्या नहीं करेगा तो क्या करेगा !
डॉ पांडे ने पुलिस महानिदेशक को एक शिकायत लिख कर दी है कि वह योग अकादमी चलाते हैं और उनका स्कूल डब्ल्यूएचओ अमेरिका की संस्था योगा एलियंस से मान्यता प्राप्त है और कमर्शियल ट्रेनिंग के लिए उनका जीएसटी रजिस्ट्रेशन भी है।
डॉ पांडे ने बताया कि 12 जुलाई 2018 को गुरुवार के दिन लगभग शाम को 3:30 बजे एक महिला और दो पुरुष उसके दफ्तर में आए उन्होंने अपना नाम क्राइम ब्रांच अधिकारी दीपा शर्मा और अपने अधीनस्थ अधिकारी का नाम राकेश कुमार व नितिन ठाकुर बताया और जबरन तलाशी लेने लगे
डॉ पांडे ने कहा कि वह अपने साथ कुछ दवाइयां और एक सीसी जहर की लाए और उसके साथ वह रिकॉर्डिंग बनाने लगे तथा कहा कि तुम विदेशियों को नशा बेचते हो और तुम पर नारकोटिक्स और एनडीपीएस आदि धाराएं लगाई जाएंगी।
पहले तो उन्होंने 10 लाख रुपए की मांग की और फिर बाद में ₹5 लाख न देने पर योग केंद्र सील करने की धमकी देते हुए चले गए। पांडे ने किसी तरह करके अपनी जान पहचान वालों से ₹5लाख इकट्ठा करके इनको दे दिए।
डाक्टर पांडे ने अपनी शिकायत मे कहा कि दीपा रानी नाम की यह महिला अधिकारी 18 जुलाई 2018 को 11:30 बजे फिर से योग केंद्र में आई और कहने लगी कि वह “मामला सॉर्ट आउट कर रही है, इसलिए चुपचाप अपना काम करो मेरे ऊपर कोई नहीं है मैं ही सबसे बड़ी अधिकारी हूं। मैं 2 लाइन लिख दूंगी तो तुम जड़ से उखड़ जाओगे।”
योग अकादमी संचालित करने वाला यह डाक्टर आजकल बेहद सदमे में हैं। रक्षक पुलिस ही उत्तराखंड के लोगों की भक्षक बन जाएगी तो फिर जीरो टॉलरेंस जैसे संकल्प जुमले में बदलते देर नहीं लगेगी।
देखना यह है कि पुलिस महानिदेशक इस लुटेरी दरोगा पर क्या कार्यवाही करते हैं !