नीरज उत्तराखंडी
पुरोला। प्रधानमंत्री योजना के नाम से बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के तहत विगत 26 मई से पोस्ट आॅफिस मे फार्म जमा करने हेतु बालिकाओं की भारी भीड़ लग रही है।
भारत सरकार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के एक तथाकथित फार्म में बताया गया है कि 8 से 32 वर्ष की सभी बालिकाओं को प्रधानमंत्री कार्यालय से दो -दो लाख रूपये दिए जाएंगे इस फर्जी फार्म को पोस्ट आॅफिस में जमा करने हेतु सुदूरवर्ती क्षेत्रों से बालिकाओं के साथ उनके अभिभावकों का पुरोला पोस्ट आफिस में जमावड़ा लग रहा है, जिससे पोस्ट आॅफिस में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
“बेटी बचाओ बेटी पढाओ” अभियान के तहत यहाँ एक आवेदन आजकल चर्चाओं का विषय बना हुआ है। आवेदन मे प्रधानमंत्री योजना के तहत 8 से 32 वर्ष की बालिकाओं को दो – दो लाख देने की बात कही गई है। यह आवेदन फोटो स्टेट दुकानों मे मिल रहा है।
इस आवेदन फार्म को भरने हेतु बालिकाओं के साथ उनके अभिभावकों की भारी भीड़ लग रही है लेकिन उन्हें यह कोई भी बताने वाला नही है कि यह फर्जी है।
“बेटी बचाओ बेटी पढाओ” अभियान के तहत केंद्र सरकार एवं प्रदेश सरकार समाचार पत्रों में विज्ञप्ति के माध्यम से स्पष्ट कर चुका है कि इस अभियान के तहत कोई भी धनराशि नही दी जाएगी। जिला कार्यक्रम अधिकारी मोहित चौधरी ने बताया कि यह सब झूठ है। यह गिरोह पूरे देश में चल रहा है। जनपद के सभी ब्लाक के सहायक कार्यक्रम अधिकारियों को इस संबंध मे अवगत करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस फार्म को बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
फॉर्म में आवेदक से उसका खाता नंबर, आधार कार्ड नंबर, IFSC कोड तथा अंगूठे का निशान भी मांगा गया है। यह एक बड़ा फ्रॉड हो सकता है और इसकी परिणाम खतरनाक भी हो सकते हैं।
इस फार्म की भाषा शैली बेहद बचकानी है। यदि SDM के स्तर से भी एक पुलिसकर्मी की तैनाती के साथ केवल डाकघरों को भी इस बात के लिए निर्देश जारी कर दिए जाएं कि इस फॉर्म को न स्वीकार करें तब भी इन पर रोक लग सकती है।
इसके बावजूद पोस्ट आफिसों में लगी भीड़ यह बता रही है कि सरकार ने इस तरह की अफवाह को रोकने के लिए प्रभावी कदम नही उठाए हैं ।