डबल इंजन ने प्रचार के लिए अपनाई आक्रामक शैली
डिजिटल मीडिया के दौर में जहां सभी छोटे-बड़े नेताओं का सेल्फ इमेज बिल्डिंग पर ध्यान है, वहीं सरकार नेे भी अब डिजिटल ब्रांडिंग पर जोर देना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड सरकार की यह नई पहल की चर्चा चरम पर है।
उत्तराखंड में भले ही सड़क, बिजली, पानी, चिकित्सा, शिक्षा के लिए धन का रोना रोया जाता हो, किंतु मीडिया मैनेजमेंट के लिए सरकार कभी अपने कदम नहीं रोकती। मीडिया मैनेज के लिए जो नया तरीका ईजाद किया गया है, वह अपने आप में काबिलेगौर है। सरकार के सलाहकार ने दिल्ली के टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप के साथ सरकार की ऐसी जलेबी बनवाई कि किसी को कानोंकान खबर भी नहीं लगी। जिस सरकार के पास पहाड़ के विकास के लिए पैसे नहीं, वहां अब स्वयं के प्रचार के लिए परंपरागत तरीकों से चार कदम आगे बढ़ते हुए दिल्ली मुंबई तक नया तरीका ईजाद कर दिया गया है। कल तक सिर्फ प्रदेश से संबंधित प्रचार-प्रसार व होर्डिंग लगाए जाते रहे, किंतु नए आदेश के अनुसार अब मुंबई, दिल्ली व देहरादून एयरपोर्ट पर बड़ी-बड़ी डिजिटल एलईडी स्क्रीन पर उत्तराखंड सरकार का प्रचार होगा।
दिल्ली, मुंबई और देहरादून एयरपोर्ट पर सरकार की उपलब्धियों को एलईडी स्क्रीन के माध्यम से दर्शाया जाएगा। देहरादून एयरपोर्ट के लिए २५ लाख, मुंबई एयरपोर्ट के लिए २० लाख रुपए और दिल्ली एयरपोर्ट के लिए तकरीबन ५५ लाख रुपए की स्वीकृति दे दी गई है। इन तीनों एयरपोर्ट के लिए कुल मिलाकर एक करोड़ रुपए एक महीने के लिए जारी कर दिए गए हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ ये प्रचार अभियान सिर्फ एक महीने के लिए नहीं है। सूचना विभाग के सूत्रों के अनुसार यह कम से कम चार से पांच करोड़ रुपए तक आगे बढ़ेगा।
देखना है कि डिजिटल इंडिया के दौर में डबल इंजन का यह प्रचार का डिजिटल तरीका उत्तराखंड को कितनी ऊंचाई पर लेकर जाता है।