कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड में कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए आज पहली बार स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स(एस.टी.पी.एफ.)को फ्लैग मार्च कर गस्त पर भेजा गया है। कॉर्बेट के निर्देशक राहुल ने बताया कि ये लोग कॉर्बेट की लगभग 100 किलोमीटर की सीमा की गस्त करेंगे।
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टीमें अलग अलग रेंज में दस से पंद्रह किलोमीटर प्रतिदिन गस्त करेगी। इसमें ढेला, झिरना, कालागढ़, बिजरानी आदि जगह मुख्य हैं । इस हाई टैक टीम के पास दो मैटल डिटेक्टर, दो ड्रोन, तीन स्निफर डॉग्स, .315 बोर की राइफल, सरकारी और लाइसेंसी रिवॉल्वर, सरकारी और लाईसेंसी 12 बोर की बंदूक व लाठी डण्डे दिए गए हैं। संभावना है कि इस टीम को विशेष ट्रेनिंग एन.टी.सी.ए.करा सकती है। टीम को मुख्य सड़क से अंदर रहने की हिदायत दी गई है। कॉर्बेट की लगभग 100 किलोमीटर की सीमा पर ये टीमें रखेंगी निगाह। एक टीम अलग अलग रेंज में दस से पंद्रह किलोमीटर गस्त करेगी।
इसमें इसके अलावा एक टीम.एस.ओ.जी के साथ बाहरी छापेमारी करेगी। टीम एस.टी.पी.एफ.में 80 लोगों को तैनाती दी गई है। इन्हें दो टीमों में बंटा गया है जो ढेला, झिरना, कालागढ़, बिजरानी आदि में गश्त करेगी । एक टीम पांखरो से कालागढ़ और दूसरी रामनगर से कालागढ़ को जाएंगी। इसके अलावा एक विशेष टीम.एस.ओ.जी के साथ बाहरी छापेमारी करेगी।
पार्क निदेशक राहुल ने एस.ओ.जी.कॉर्बेट में अच्छा काम कर रहे संजय पाण्डे को एस.टी.पी.एफ.की मुख्य कमान सौंपी है।
संजय वही अधिकारी हैं, जिन्होंने सन 2001 में 28 किलो हाथी के दांत समेत कालागढ़ रेंज के भोग पुर डैम से 5 पोचरों को पकड़ा था। वर्ष 2011 में नैनीताल के भुजीयाघाट से गुलदार की खाल समेत दो आरोपियों को धर दबोचा था। सन 2012 में बिजरानी रेंज में अवैध शिकार के मामले में बावरिया और दरिया गैंग के 11 आरोपी को हरियाणा से पकड़ा था। इन्हें निचली अदालत से सजा भी सुनाई गई थी। इस मामले में गोपी और बालगोपी जैसे शातिर पोचार संलिप्त थे । इसके अलावा सन 2014 में नजीबाबाद की धर्मवीर गैंग को मय खाल और हड्डियों के पकड़ा था जो अमानगढ़ टाइगर रिजर्व में दो बाघों के शिकार के मुख्य आरोपी थे।
आज सभी टीमों ने क्षेत्र में दौरा कर संदिगद्ध व्यक्तियों की पहचान की। फ्लैग मार्च में उप प्रभागीय वनाधिकारी शिवराज चंद, एस.ओ.जी.इंचार्ज कालागढ़ निर्मल पाण्डे, वन क्षेत्राधिकारी राजकुमार, पंकज शर्मा, प्रशांत हिन्दवान और राकेश भट्ट समेत दर्जनों एस.टी.पी.एफ.के जवानों ने भाग लिया।