छापे के बाद 7 पंपों पर सील
यूपी में ही नहीं देश के अन्य राज्यों में भी चल रहा गोरखधंधा
सावधान कहीं आप भी तो ऐसी घटटौली का शिकार तो नहीं हो रहे हैं। क्योंकि ऐसा मामला यूपी मे ग्राहकों की शिकायत पर यूपी की राजधानी लखनऊ में एसटीएफ की एक टीम ने कई पेट्रोल पंप पर छापा मारा। एसटीएफ द्वारा की गई जांच में सामने आया कि पेट्रोल पंप मालिक ग्राहकों को एक लीटर पेट्रोल की जगह कम पेट्रोल दे रहे थे। आपको नोजल पर चिप लगाकर कम से कम 10 प्रतिशत पेट्रोल कम दिया जा रहा है। एसटीएफ की टीम ने करीब 7 पेट्रोल पंप पर छापा मारा और इन सभी पंप पर धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया। एसटीएफ के अधिकारियों ने पेट्रोल कर्मचारियों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि करीब एक हजार से भी ज्यादा पेट्रोल पंप पर एक चिप लगाई गई है जिसके द्वारा ग्राहकों को उनकी मांग के मुताबिक पेट्रोल देने में कटौती की जाती है। सूत्रों इस गोरखधंधे के पीछे एक बहुत ही बड़े गैंग का हाथ है। यह गैंग यूपी ही नहीं देश के अन्य राज्यों में भी इस प्रकार का गोरखधंधा करता है। एसटीएफ द्वारा जिन पेट्रोल पंप पर छापेमारी की गई धोखाधड़ी में शामिल कई लोगों को हिरासत में लेकर उनकी मशीनों को सील कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार पेट्रोल में धांधली करने के लिए 2 से 3 लोग काम पर होते थे। एक पेट्रोल डालता है तो दूसरा व्यक्ति पैसों का बैग लेकर साथ में खड़ा रहता है। बैग वाले व्यक्ति के पास एक रिमोट होता है। चिप को पेट्रोल डालने वाले नोज़ल के नीचे लगाया जाता है। जैसे ही गाड़ी में पेट्रोल डलता है उस समय अपने हिसाब से बैग वाला व्यक्ति रिमोट का बटन दबा देता है। इससे गाड़ी में पेट्रोल डलना तो बंद हो जाता है लेकिन मशीन ग्राहक की मांग के अनुसार पेट्रोल और पैसे दिखाती रहती है। यह चिप और रिमोट बहुत ही आसानी से दिल्ली और कानपुर के बाजारों में एक से दो हजार रुपए में मिल जाते है। एसटीएफ द्वारा हिरासत में लिए गए लोगों में एक व्यक्ति का नाम राजेंद्र है। राजेंद्र ने पूछताछ में बताया कि वह इस चिप को लगाने के लिए पेट्रोल पंप मालिक से 40 से 50 हजार रुपए तक लेता था।