जगदम्बा कोठारी
रूद्रप्रयाग* चार धाम यात्रा शुरू होते ही गढ़वाल के जंगल फिर से धधकने लगे हैं। बीते दो दिनों से जनपद के भरदार, सौड़ी सहित जखोली की उत्तरी- दक्षिणी रेंज के दोनों जंगल भीषण अग्नी की चपेट मे हैं तो गीड़,चौकी, तिलवाड़ा सहित बचणस्यूं पट्टी के जंगल भीषण अग्नी मे जलकर स्वाहा हो रहे हैं। प्रदेश मे मानसून आने मे अभी काफी वक्त है। वन विभाग सीमित संसाधनो के चलते आग बुझाने मे नाकाम हो रहा है। जंगलों मे आग के चलते जहांं करोड़ो की वन सम्पदा स्वाहा हो रही है तो वहीं स्थानीय लोंगों को आंखों मे जलन व सांस लेने मे तकलीफ हो रही है। पालतू मवेशियों सहित जंगली जानवरों पर भी चारा पत्ती का संकट गहरा रहा है।
डीएफओ मयंक शेखर झा ने बताया कि आगजनी पर काबू पाने के लिए जनपद मे 35 क्रू स्टेशन और पहली बार जिले मे मोबाइल क्रू स्टेशन बनाया गया है। केदारनाथ यात्रा के चलते कुछ स्टाफ की कमी जरूर है। उन्होने स्थानीय ग्रामिणों से भी आग बुझाने मे वन विभाग को सहयोग करने की अपील भी है।