सरकार सुभारती मेडिकल कॉलेज को कल सील करके टेकओवर कर लेगी। सरकार कल सुबह सुभारती मेडिकल कॉलेज को सील करके कब्जा लेने के लिए पूरी तैयारी कर चुकी है। सरकार का यह कदम सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उठाया गया है।
सुभारती मेडिकल कॉलेज ने सुप्रीम कोर्ट में गलत तथ्य रख कर एमबीबीएस में एडमिशन की स्वीकृति ली थी। सुभारती मेडिकल कॉलेज कालेज के प्रबंधकों का इसके असली मालिक मनीष कुमार वर्मा से लंबे समय से विवाद चल रहा था।
सुप्रीम कोर्ट को गुमराह करने पर मनीष कुमार वर्मा ने इसकी शिकायत सुप्रीम कोर्ट में कर दी थी। मेडिकल कॉलेज के संचालकों ने यह कॉलेज इसके असली मालिक मनीष कुमार वर्मा से खरीदी थी लेकिन कॉलेज संचालकों के करोड़ों रुपए के चेक मनीष वर्मा ने बैंक में लगाए तो वह बाउंस हो गए। इसका विरोध करने पर मनीष वर्मा को झूठे मुकदमों में फंसा दिया गया, जिसमें वर्मा केस जीत गए थे।
सुभारती कॉलेज को रासबिहारी बोस कॉलेज के नाम पर संचालित करने को भी मान्यता नहीं मिली थी। एमबीबीएस के छात्रों को 1 साल की पढ़ाई करने के बावजूद परीक्षा नहीं कराई जा सकी। एमसीआई के मानक पूरे न करने पर कॉलेज को एमबीबीएस की अनुमति ही नहीं दी गई थी। यूजीसी ने भी आरटीआई में इस बात को स्वीकार किया था कि कॉलेज का निरीक्षण नहीं हुआ है, इसलिए इस कॉलेज को मान्यता नहीं है और राज्य सरकार भी इसे मान्यता नहीं दे सकती।
कोर्ट में आज राज्य सरकार के एडवोकेट जनरल ने बताया कि सरकार कॉलेज को टेकओवर करके स्वयं चलाएगी। इस पर जस्टिस ने सरकार को आदेश दिए कि तत्काल कॉलेज को सील कर के 4 हफ्ते में इसका अधिग्रहण कर लिया जाए।