आपके प्रिय पर्वतजन ने इस साल मार्च में निकाय चुनाव के संदर्भ में एक खबर प्रकाशित की थी, जिसमें लिखा गया था कि तीन प्रत्याशियों के लिए सीट आरक्षित की गई है। भाजपा सरकार द्वारा नगीना रानी को टिकट देने के लिए डोईवाला नगरपालिका सीट ओबीसी (अन्य पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित) की गई। टिहरी सीट को जाखणीधार की ब्लॉक प्रमुख बेबी असवाल को लड़ाने के लिए महिला ओबीसी किया गया और उत्तरकाशी जनपद की बड़कोट नगरपालिका को उत्तरकाशी की जिला पंचायत अध्यक्ष जशोदा राणा को लड़ाने के लिए महिला आरक्षित किया गया।
भारतीय जनता पार्टी द्वारा जब टिकटों की घोषणा की गई तो तीनों सीटों पर इन्हीं तीनों प्रत्याशियों को टिकट दिया गया। जिससे यह साबित हो गया कि पर्वतजन की खबर पहले से ही पुख्ता थी।
पर्वतजन में मार्च में यह खबर छपने के बाद और जब अक्टूबर में टिकट बंटे तो पाठकों को संतुष्टि भी हुई कि पर्वतजन की खबर छह महीने से पहले ही पुख्ता थी। आश्चर्यजनक रूप से जिन तीनों प्रत्याशियों को नगपालिका अध्यक्ष बनाने के लिए डबल इंजन सरकार ने यह सारी कशमकश की थी, वह धरी की धरी रह गई। बड़कोट नगरपालिका से टिकट पाने के बावजूद जशोदा राणा का नामांकन रद्द हो गया और वह मैदान में उतरने से पहले ही चारों खाने चित हो गई। नई टिहरी नगरपालिका से चुनाव लड़ने वाली बेबी असवाल को टिहरी नगरपालिका की जनता ने चौथे नंबर पर धकेल दिया तो मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की लाख कोशिशों के बावजूद डोईवाला नगरपालिका से नगीना रानी भी जीत नहीं सकी।