कमल जगाती, नैनीताल
पुलवामा आतंकी हमले में उत्तराखण्ड के वीर शहीद वीरेंद्र सिंह राणा की वीरांगना और परिजन भी आज पाकिस्तान से बदले के बाद कुछ संतुष्ट दिखे।
उनका कहना है कि शहीद की आत्मा को तो शांति मिली होगी लेकिन पाकिस्तान को सबक सिखाना बाकी है।
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए सी.आर.पी.एफ.के जवान वीरेंद्र सिंह राणा, मानव बम हमले में शहीद हो गए थे । वीरेंद्र उन 44 शहीदों में शामिल थे जो सी.आर.पी.एफ.की बस में सवार होकर एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन को निकाल रहे थे।
वीरेंद्र सिंह के ढाई वर्ष के बेटे बयान ने अपने पिता के शव को मुखाग्नि दी। वहीं शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे लोगों में जबरदस्त आक्रोश दिखाई दिया। उपस्थित लोग शव पहुंचने से लेकर अंत्येष्टि तक पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे। उनका पार्थिव शरीर 16 फरवरी को खटीमा पहुंचा था जहां उन्हें सैन्य सम्मान से अंतिम विदाई दी गई थी। उनके घर पर रिश्तेदारों और राजनीतिक हस्तियों का जमघट लग गया था। वीरेंद्र सिंह के ढाई वर्ष के बेटे बयान ने अपने शहीद पिता के शव को मुखाग्नि दी थी। आज सभी ने भारतीय वायुसेना के इस सफल सर्जिकल स्ट्राइक 2 से खुश होकर संतुष्टि जताई।