वंशवाद की राजनति की तमगाधारी कांग्रेस पर इस बार जातिवाद का ठप्पा भी लग गया है। इसका प्रमाण हरिद्वार में संगठन की जिम्मेदारी पाए नेताओं की सूची देखकर आसानी से लगाया जा सकता है।
दरअसल कांग्रेस संगठन ने हरिद्वार जनपद में हरिद्वार ग्रामीण की कार्यकारिणी का विस्तार करना था। काफी समय से कयास लगाए जा रहे थे कि किसको जिम्मेदारी दी जाएंगी, लेकिन निर्णय नहीं हो पा रहा था। विगत दिवस शुक्रवार को जब कांग्रेस संगठन ने कार्यकारिणी की नाम के साथ ही जाति वाली सूची जारी की तो इससे आम जन तो दूर, कांग्रेसी कार्यकर्ता भी हैरान रह गए। इसमें उपाध्यक्ष, महामंत्री, मंत्री और संगठन मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों के साथ ही करीब एक सौ पदों पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। सूची देखकर बड़ी आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस ने यह जिम्मेदारी नेताओं की जाति देखकर ही दी है, जिसका लाभ वह आगामी लोकसभा चुनाव में पाना चाहती है। हालांकि कांग्रेस के जिम्मेदार पदाधिकारियों से जब यह जानने की कोशिश की गई कि नाम के साथ उक्त सूची में जाति लगाने का क्या औचित्य था, तो इसका जवाब देते किसी को नहीं बना।
बहरहाल, इस सूची को जारी कर कांग्रेस ने यह तो साबित कर ही दिया है कि वह भी जातिवाद के सहारे ही चुनावी नैया पार लगाने की कोशिश में जुटी है।