उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय तिवारी के पुत्र रोहित शेखर की हत्या को हादसा ठहराए जाने की कोशिश की जा रही है। रोहित शेखर की पत्नी अपूर्वा ने क्राइम ब्रांच के सदस्यों को पूछताछ के दौरान चौंकाने वाला बयान दिया है कि वह 15-16 अप्रैल की रात को 1:30 बजे रोहित के कमरे में गई थी और उनके बीच अंतरंग संबंध बने थे। इस दौरान संभवत रोहित का गला और मुंह दब गया जिसके कारण हो सकता है कि उसकी मौत हो गई हो।
पुलिस को अपूर्वा के इस कथन पर विश्वास नहीं है। पुलिस यह मान कर चल रही है कि अपूर्वा सुप्रीम कोर्ट की वकील है और अब वह इस हत्या को गैर इरादतन हत्या अथवा हादसे में तब्दील करने की कोशिश करके बचना चाहती है।
पुलिस ने जब अपूर्वा से प्रति प्रश्न किया और पूछा कि यदि रोहित उस वक्त नशे में भी था और गलती से भी उसका गला दब गया तो फिर वह उसे तत्काल हॉस्पिटल क्यों नहीं ले गई ! इसका जवाब अपूर्वा के पास नहीं था। अपूर्वा बस इतना ही कह पाई कि रोहित को अनिद्रा की बीमारी थी और वह नींद की दवा खाकर सोता था इसलिए किसी ने भी उसे देर तक नहीं जगाया।
हालांकि पुलिस भी यह मान कर चल रही है कि हत्या किसी उत्तेजना अथवा झगड़े के दौरान हो सकती है और यह किसी साजिश के तहत की गई हत्या नहीं लगती तो फिर से जांच की सुई वहीं जा कर अटक जाती है कि आखिर ऐसा संयोग कैसे हो गया कि घर में लगे 7 कैमरों में से रोहित के ही बेडरूम की तरफ लगे दो कैमरे खराब हैं।
बहरहाल अब पुलिस फिर से फॉरेंसिक रिपोर्ट के सहारे ही समय बिता रही है। संभावना जताई जा रही है कि बुधवार तक फॉरेंसिक रिपोर्ट आ जाएगी।