सत्ता के गलियारों में पहुंचने के लिए जोर लगा रहे कुछ प्रत्याशी ऐसे भी हैं जिन पर हत्या, हत्या का प्रयास और जालसाजी के आरोप हैं।
जयसिंह रावत
उत्तराखंड विधान सभा चुनावों में बड़ी संख्या में मुल्जिमों के खड़े होने से मतदाताओं के समक्ष कानून निर्माताओं (लॉ मेकर) और कानून तोडऩे वालों ( लॉ ब्रेकर) में अंतर करना मुश्किल हो गया है। मुल्जिम प्रत्याशी खड़े करने में भाजपा सबसे आगे नजर आ रही है, जबकि कांग्रेस उससे कुछ पीछे ही चल रही है। प्रत्याशियों पर ज्यादातर बलवा, सड़क जाम, तोडफ़ोड और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप हैं। मगर सत्ता के गलियारों में पहुंचने के लिये जोर लगा रहे कुछ प्रत्याशी ऐसे भी हैं जिन पर हत्या, हत्या का प्रयास और जालसाजी के आरोप भी हैं। सबसे ज्यादा मुकदमे झेलने वालों में भी भाजपा के प्रत्याशी सबसे आगे चल रहे हंै।
विधायक या लेजिस्लेटर को लॉ मेकर भी कहा जाता है। लेकिन राज्य विधानसभा के इन चुनावों में प्रमुख राजनीतिक दलों में लगभग 4 दर्जन ऐसे प्रत्याशी मैदान में उतार रखे हैं जिन पर बलवा, तोडफ़ोड़, अनुसूचित जाति उत्पीडऩ, हत्या और हत्या का प्रयास जैसे मामलों में विभिन्न अदालतों में मुकदमें चल रहे हैं। इस चुनाव में प्रत्याशियों द्वारा अपने नामजदगी के फार्म के साथ दिये गये हलफनामों से बड़ी संख्या में प्रत्याशियों की अपराधिक पृष्ठ का पता चलता है। इन हलफनामों की सरसरी तौर पर की गयी जांच के अनुसार आपराधिक पृष्ठभूमि के व्यक्तियों को टिकट देने में भाजपा सबसे आगे नजर आ रही है। उसके कम से कम 16 प्रत्याशियों पर बलवे से लेकर लूट, हत्या और हत्या के प्रयास के आरोप में विभिन्न अदालतों में मुकदमें चल रहे हैं।
प्रत्याशियों के हलफनामों की जांच से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के जिन प्रत्याशियों पर अपराधिक मुकदमें चल रहे हैं, उनमें हरिद्वार जिले के खानपुर क्षेत्र से कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन, नरेन्द्रनगर सीट से सुबोध उनियाल, सहसपुर से सहदेव सिंह पुण्डीर, मसूरी से लड़ रहे गणेश जोशी, कोटद्वार से हरक सिंह रावत, लोहाघाट से पूरन सिंह फत्र्याल, गदरपुर से अरविन्द पाण्डे, पुरोला से मालचन्द, रुद्रपुर से राजकुमार ठुकराल, गंगोत्री से गोपाल सिंह रावत, झबरेड़ा से देशराज कर्णवाल, रुड़की से प्रदीप बत्रा, हरिद्वार ग्रामीण से यतीश्वरानन्द, डीडीहाट से बिशन सिंह चुफाल एवं किच्छा से राजेश शुक्ला शामिल हैं।
प्रदेश में सर्वाधिक 11 मुकदमों का बोझ लेकर गदरपुर से चुनाव मैदान में उतरे अरविन्द पाण्डे पर अपर जिला जज रुद्रपुर की अदालत में अनुसूचित जाति जन जाति उत्पीडऩ के साथ ही हत्या का मुकदमा भी चल रहा है। भाजपा के ही राजकुमार ठुकराल पर सत्र न्यायाधीश उधमसिंह नगर की अदालत में अन्य आरोपों के साथ ही हत्या और हत्या का प्रयास के आरोप में मुकदमा चल रहा है। भाजपा प्रत्याशियों के अलावा बसपा के शकील अहमद और सपा के शहरूम पर भी हत्या के आरोप में मुकदमें चल रहे हैं। शकील अहमद हल्द्वानी से चुनाव लड़ रहे हैं। उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 148, 149, 307, 302 एवं 427 के तहत मुकदमा चल रहा है। समाजवादी पार्टी के शहरूम पर भादंसं की धारा 147, 148,143, 302, 307, 353, 436 एवं 336 के तहत मुकदमा चल रहा है। लक्सर से बसपा के सुभाष सिंह चौधरी पर जालसाजी संबंधी भादंसं की धारा 420, 467, 471 120 के तहत मुकदमा चल रहा है।
मुख्यमंत्री हरीश रावत पर भी दिल्ली के पटियाला हाउस में मेट्रोपालिटन मैजिस्ट्रेट की अदालत में धारा 499, 500 एवं 120 बी के तहत मानहानि का मुकदमा चल रहा है। कांग्रेस में भी मुल्जिम प्रत्याशियों की कमी नहीं है। आरोपी कांग्रेस प्रत्याशियों में से केदारनाथ से मनोज रावत, धर्मपुर सीट से दिनेश अग्रवाल, कैंट सीट से सूर्यकान्त धस्माना, लोहाघाट से खुशहाल सिंह, रायपुर से प्रभु लाल, डोइवाला से हीरा सिंह बिष्ट, जसपुर से आदेश सिंह चौहान, पुरौला से राजकुमार, ऋषिकेश से राजपाल सिंह खरोला एवं बदरीनाथ सीट से लड़ रहे राजेन्द्र सिंह भण्डारी शामिल हैं।
बसपा के बाहुबलियों में ज्वालापुर से मुल्की राज, मंगलौर से सरबत करीम अंरीम अंसारी, लक्सर से सुभाष चौधरी, हरिद्वार ग्रामीण से मुकर्रम, नैनीताल से सुन्दरलाल आर्य, हल्द्वानी से शकील अहमद, सितारगंज से नवतेजपाल सिंह एवं खटीमा से रमेश सिंह राणा शामिल हैं। सुभाष चौधरी पर धारा 420, 467, 471 एवं 120 के तहत चारसौबीसी का मुकदमा चल रहा है। समाजवादी पार्टी के आरोपी प्रत्याशियों में बीएचईएल रानीपुर से नवीन कौशिक, शहरूम एवं धर्मपुर से रामसुख शामिल हैं। शहरूम पर धारा 147, 148, 143, 302, 307, 353, 436 एवं 336 के तहत मुकदमा चल रहा है। आपराधिक मुकदमों का सामना कर रहे उत्तराखण्ड क्रांति दल के प्रत्याशियों में हरिद्वार ग्रामीण से सुभाष चन्द्र, यमकेश्वर से शांति प्रसाद भट्ट, कपकोट से रामसिंह एवं काशीपुर से सुरेन्द्र चौधरी शामिल हैं। रामनगर से उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के प्रभात ध्यानी तथा नरेन्द्रनगर से निर्दलीय ओम गोपाल रावत तथा किच्छा के निर्दलीय संजय ग्रोवर पर भी आपराधिक मुकदमें चल रहे हैें।