बाजार बंद का प्रस्ताव स्थगित होने से जिला प्रशासन ने ली राहत की सांस।
गिरीश गैरोला
उत्तरकाशी नगर में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान में दोहरी नीति अपनाने के विरोध में 16 जून को बाजार बंद कर विरोध प्रदर्शन के निर्णय को व्यापार मंडल ने डीएम के आश्वासन के बाद स्थगित कर दिया है। बंद के चलते ईद में माहौल बिगड़ने के डर से खौफ खाये जिला प्रशासन ने अब राहत की सांस ली है और व्यापार मण्डल के इस फ़ैसले को सामाजिक समरसता का बेहतरीन तोहफा बताते हुए स्वागत किया है।
अतिक्रमण हटाओ अभियान में एक तरफा कार्यवाही कर शांत बैठने का आरोप झेल रहे उत्तरकाशी जिला प्रशासन द्वारा विश्वनाथ चौक के कब्जा धारियों को कोई राहत न दिए जाने के खिलाफ व्यापार मंडल ने 16 जून को बाजार बंद कर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी से पुलिस और प्रशासन की सांस फूलने लगी थी। गौरतलब है कि 16 जून को ईद का त्योहार होने के चलते माहौल बिगड़ने के डर से पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए थे। कोई बीच का रास्ता न मिलते देख जिला प्रशासन ने व्यापार मंडल से मध्यस्थता कर कोई समाधान निकालने का अनुरोध किया।
व्यपार मंडल के जिला अध्यक्ष सुभाष बड़ोनी , नगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजेंद्र पंवार, नगर महामंत्री अंकित उप्पल वरिष्ठ व्यापारी नेता नेम चंद चंदोक और अमरिकन पुरी ने सब्जी मंडी के व्यापारियों के साथ मिलकर एक फार्मूला निकाला। आपसी सहमति बन जाने के बाद जिला प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है।
व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष सुभाष बड़ोनी ने बताया कि सब्जी मंडी में एक ही परिवार में एक से अधिक दुकान लेने वालों की जांच के बाद खाली हुई दुकानों पर अस्थायी तौर पर विश्वनाथ चौक में तोड़ी गयी दुकानदारों को विस्थापित किया जाएगा और स्थायी व्यवस्था के लिए मंदिर मार्ग पर विधायक गंगोत्री गोपाल रावत के द्वारा 4 करोड़ की लागत से स्वीकृत म्यूजियम के निचली मंजिल पर बनाई जाने वाली मार्किट में दुकानें दी जाएंगी। जबकि सब्जी मंडी को रामलीला मैदान की तरफ सीढ़ियों को हटाकर स्थायी दुकान में शिफ्ट किया जाएगा। इस पर सब्जी मंडी व्यापारियों की तरफ से तस्दीक खान ने भी सहमति दी है। डीएम आशीष चौहान ने ईद के बाद गंगोत्री विधायक गोपाल रावत के साथ बैठक कर इस प्रस्ताव पर अंतिम मुहर लगाने के साथ व्यापारियों द्वारा की गई इस पहल के लिए सभी नागरिकों और व्यापरियी का आभार व्यक्त किया। इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता अमरिकन पूरी ने सुझाव दिया कि जिला अस्पताल के सामने सरकारी भूमि पर बने टिन शेड वाले स्थान पर भी बाजार विकसित किया जाय। उन्होंने कहा कि भविष्य में बनने वाली पालिका बोर्ड द्वारा यदि फिर से विश्वनाथ चौक में दुकान आवंटित की जाती है तो प्राथमिकता यहाँ के पुराने व्यापारियों को ही दी जानी चाहिए। जिस पर डीएम ने इस स्थान को आपातकालीन सेवा एम्बुलेंस के लिए आरक्षित रखने के लिए इसे आपदा प्रबंधन एक्ट में ठेली फड़ी के लिए प्रतिबंधित करने की बात कही ताकि आने वाला पालिका बोर्ड भी इसमें दुकानों का आवंटन न कर सके। फिलहाल व्यापारियों के इस फैसले से एक बड़ा संकट फिलहाल टल गया है।