चोरी की बिजली से जगमग है धर्मनगरी।डीएम ने छापामारी में पकड़ा मामला
कुमार दुष्यंत
हरिद्वार के जिलाधिकारी दीपक रावत एक बार फिर फार्म में हैं।विदेश यात्रा से लौटते ही वह छापेमारी के मिशन पर निकल पडे हैं।उन्होंने शाम एक सूचना पर कनखल के एक अपार्टमैंट में छापेमारी कर बड़े पैमाने पर पिछले सालभर से की जारी बिजली चोरी का मामला उजागर किया।
जिलाधिकारी दीपक रावत ने शहर के बीचो बीच मल्टीस्टोरी अपार्टमेंट में बिजली चोरी की सूचना मिलने पर मिश्रा गार्डन स्थित अर्पाटमेंट पर सिटी मजिस्ट्रेट मनीष सिंह के साथ छापामारी की। अपार्टमेंट की ’बी’ वींग में छः मंजिल में बने 24 फ्लैट में से 20 बेच दिये जाने के बाद मात्र एक फ्लैट का मीटर मौके पर लगा पाया गया। शेष 19 फ्लैट में सभी विद्युत उपकरण प्रयोग किये जा रहे हैं, लेकिन किसी के भी यहां कनेक्शन नहीं लिया गया है।
एक वर्ष पूर्व तैयार हो चुके शर्मा कंस्ट्रक्शन के निर्मल संत ट्रस्ट की जमीन पर बने संत महेंद्र सिंह एन्कलेव में न तो बिल्डर द्वारा किसी भी फ्लैट के लिए मीटर लगाया गया नहीं फ्लैट खरीददारों द्वारा कनेक्शन के लिए आवेदन किया गया।
डीएम ने इसको बिल्डर, विद्युत विभाग, फ्लैट स्वामियों की मिलीभगत से ही सम्भव होना मानते हुए, सभी के विरूद्ध नामदर्ज प्राथमिकी दर्ज कराये जाने के निर्देश दिये। उन्हेांने अधिशासी अभियंता अजय पंवार को मौके पर बुलाकर जानकारी ली कि क्या उस क्षेत्र के लाइनमेन, एसडीओ को कभी इतने बड़े पैमाने पर बिजली चोरी सूचना नहीं मिली। इस पर फ्लैट स्वामियों ने अवगत कराया कि कई बार यह शिकायत विभागीय अधिकारियों से की गयी, कोई सुनवाई नहीं हुई।
जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता विद्युत को इस क्षेत्र के एसडीओ कुलभूषण कुकरेती के अन्यत्र स्ािानांतरण तथा अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति उच्च स्तरीय अधिकारियों को किये जाने के निर्देश दिये।
साथ ही पिछले एम वर्ष से बिना कनेक्शन बिजली उपभोग किये जाने तथ अभी तक भी विद्युत कनेक्शन के लिए आवेदन न करने वाले 19 परिवारों के मुखिया के विरूद्ध भी एफआईआर दर्ज किये जाने के आदेश दिये।
डीएम की इस आक्स्मिक कार्रवाई से बिजली चोरी करने वालों व बिजली चोरी करवाने वाले विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों, कर्मचारियों में हड़कंप है।
उल्लेखनीय है कि हरिद्वार में लाइन लॉस के नाम पर बड़े पैमाने पर विद्धुत चोरी कराई जाती है।और यह सब काम विभाग के ही भ्रष्टाचार के कारण सम्पन्न हो पाता है।हरिद्वार के होटलों एवं अपार्टमैंट्स में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी होती है।हरिद्वार के मेला क्षेत्र में खुली हुई हजारों दुकानों पर नियमानुसार कनैक्शन हो ही नहीं सकता।लेकिन यह सभी दुकानें न केवल जगमग हैं।बल्कि इन दुकानों पर पंखे एसी कूलर टीवी आदि विद्धुत उपकरणों का भी भरपूर इस्तेमाल किया जाता है।