उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी में आज उस वक्त बड़ा हंगामा हो गया जब छात्रा के पिता ने आकर सीधे यूनिवर्सिटी प्रबंधन का जवाब तलब कर दिया।
मामला दरअसल यह है कि एमटेक की तीन छात्राओं ने अपने फैकल्टी पर यौन शोषण का आरोप लगाया।
छात्राओं का आरोप है कि यह फैकल्टी विभिन्न बहानों से छात्रा को अपने कमरे बुलाता है और नंबर बढाने जैसे प्रलोभन देता है।
यूनिवर्सिटी की रजिस्ट्रार अनीता रावत ने बताया कि इस घटना का पता आज ही चला जब लड़की के पिता लड़की को लेकर उनके पास आए थे।
रजिस्ट्रार ने बताया कि उन्होंने इस मामले की जांच कराने के लिए एक कमेटी बना दी है। कमेटी की मीटिंग कल अवकाश होने के कारण परसों रखी गई है।
“कमेटी दोनों पक्षों के बयान दर्ज करेगी और उसी के अनुसार आगे की कार्यवाही करेगी।”
गौरतलब है कि इससे कुछ वर्ष पहले भी टेक्निकल यूनिवर्सिटी के पास ही स्थित महिला तकनीकी संस्थान के एक वरिष्ठ अधिकारी भी छात्राओं के यौन शोषण के मामले में पकड़े गए थे। इसके पश्चात यह ताकीद की गई थी कि उनकी दोबारा इस संस्थान में नियुक्ति न कराई जाए। एमटेक की इस फैकल्टी के पास वर्तमान में कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट की भी जिम्मेदारी है। यह फैकेल्टी छात्राओं को इन प्रोजेक्ट का भी प्रलोभन देता था। गौरतलब है कि एम टेक की फैकल्टी सीधे कुलपति और रजिस्ट्रार के अधीन होती है। ऐसे मे यह प्रकरण गंभीर है। इस मामले में छात्राओं की ओर से अभी तक कोई FIR दर्ज कराने की सूचना नहीं है।
देहरादून मे यौन शोषण के मामले रुकने का नाम नही ले रहे हैं। पिछले पंद्रह दिनों मे पहले राष्ट्रीय अंधता विद्यालय(एनआइवीएच),फिर जीआरडी वर्ल्ड स्कूल और अब एकमात्र सरकारी तकनीकी विश्वविद्यालय मे यौन शोषण के मामले कानून व्यवस्था तथा समाज विज्ञानियों के लिए भी एक चुनौती है। इससे राज्य की छवि पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है।