इंदिरा अम्मा भोजनालय बंद करने का नोटिस,स्वयं सहायक समूह की बढी मुश्किलें
अनुज नेगी
पौड़ी। जनपद पौड़ी के लोगों को सस्ता और अच्छा भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से खोला गया इंदिरा अम्मा भोजनालय सरकार की बेरुखी के चलते बंद होने की कगार पर पहुंच गया है,जिसके चलते स्वयं सहायता समूह की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।
भोजनालय का संचालन कर रहे स्वयं सहायता समूह को पिछले पाँच माह से सरकार से सब्सिडी नहीं मिली है। इसके चलते भोजनालय बंद होने की स्थिति में आ गया है। वहीं पौड़ी मुख्य विकास अधिकारी ने इंदिरा अम्मा भोजनालय को बंद करने का नोटिस थमा दिया है।
19 नवंबर 2015 को कांग्रेस सरकार ने पौड़ी मुख्यालय के जिलाधिकारी कार्यालय में समीप इंदिरा अम्मा भोजनालय खोला था। इसका मकसद यही था कि मुख्यालय में पहुंचने वाले दूर-दराज के लोगों को सस्ता और अच्छा भोजन उपलब्ध कराया जा सके। तब सरकार ने कैंटीन संचालित करने वाले स्वयं समूहों को प्रति थाली 10 रुपये सब्सिडी देने की व्यवस्था की थी। इसकी वजह से मात्र 25 रुपये में गरीबों को भरपेट और सस्ता खाना उपलब्ध हो रहा था। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद अभी तक कैंटीन को सब्सिडी नहीं मिली है।
कैंटीन में कार्यरत संचालिका सीमा देवी, सावत्री देवी, अंशु देवी, कुसम देवी ,मकांकी देवी ने प्रदेश सरकार पर भोजनालय की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। कहा कि पिछले पाँच महीने से सब्सिडी का कोई पैसा नहीं मिला है। इससे कैंटीन में कार्यरत स्वयं समूहों को पूरा मानदेय नहीं मिल पा रहा है। साथ ही स्वयं समूहों को अपने घर से पैसा लगाकर इंदिरा भोजनालय संचालित करना पड़ रहा है।
उन्होेंने कहा कि प्रतिदिन 100 लोग यहां भोजन करते हैं। इससे एकत्रित पैसों से ही स्वयं सहायता समूहों का वेतन और भोजनालय का खर्च नहीं निकल पा रहा है। यही हाल रहा तो उन्हें भोजनालय को बंद करना पड़ेगा।
सीमा देवी इंदिरा अम्मा भोजनालय की संचालिका कहती हैं,- “पिछले चार महीनों से सरकार ने सब्सिडी बन्द कर दी है,जिसमे हमने सभी ग्राहकों को 25 प्रति थाली परोसी,अब एक मई से हमने 35 प्रति थाली कर दी है,अब हमे इंदिरा अम्मा भोजनालय को बंद करने का नोटिस दिया है।”