सरकारी स्कूलों में कमलेश बलूनी जैसे शिक्षक बच्चों को क्रिएटिव तरीकों से पढ़ाकर उनमें नई ऊर्जा और अन्य तरह के लुफ्त प्राय संस्कारों का भी संचार कर रहे हैं।
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आदर्श प्राथमिक विद्यालय पौड़ी में विज्ञान के शिक्षक बलूनी कभी बच्चों को पत्र लिखना सिखाते हैं तो कभी शैक्षिक भ्रमण कराते हैं, तो कभी बच्चों से उनके सहपाठियों अथवा शहर से बाहर रहने वाले रिश्तेदारों को चिट्ठी लिखवाते हैं। इससे बच्चों मे कई तरह के सर्जनात्मक गुणों का विकास हो रहा है।
वह बच्चों को गाना गाकर भी पढ़ाते हैं, ताकि बच्चे खेल-खेल में किताबी सबक को अच्छी तरह से समझ लें।
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मूल रूप से जामरी कंडवाल स्यूं के रहने वालेण शिक्षक बलूनी बीएससी, b.ed डबल एम ए हैं।
वर्ष 1982 से 2004 तक वह दिल्ली नोएडा और पौड़ी के सेंट थॉमस स्कूल में विज्ञान के अध्यापक रहे।
अप्रैल 2004 से सरकारी प्राथमिक सेवा में आए तो वर्ष 2016 से राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय में विज्ञान अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। उनकी पत्नी संतोष बलूनी भी राजकीय प्राथमिक विद्यालय तमलाग में प्रधानाचार्य के पद पर हैं। ऐसे शिक्षकों को शिक्षक दिवस पर परिजन भी श्रद्धा पूर्वक नमन करता है।