पिथौरागढ़ में तीन नेपाली लोगों की निर्मम हत्या करके उनके गुप्तांग काट के उनके हाथों में थमा दिए गए, लेकिन यह खबर एक दिन पुरानी होने के बावजूद न तो अखबारों की सुर्खियों में है और ना ही पिथौरागढ़ पुलिस ने इसके विषय में मीडिया को कोई सूचना जारी की है।
पिथौरागढ़ से 4 किलोमीटर दूर मोढखढिया गांव में एक घर में रहने वाले यह तीनों पिथौरागढ़ में मजदूरी करके अपनी गुजर-बसर करते थे।
जाजर देवल थाने के एसओ पीआर आगरी ने शवों को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मजदूरों के ठेकेदार और उनके साथियों से पूछताछ की जा रही है।