26 जनवरी को यह नेशनल लीडरशिप अवार्ड समारोह वेस्टिन कोलकाता मे आयोजित किया गया था।
अंजू बिष्ट ने यह अवार्ड मिलने पर अपने सहयोगियों सहित अपने माता, पिता जोगिंदर सिंह बिष्ट सहित कंचन भंडारी आदि को देते हुए कहा कि इन्होंने उन्हें बचपन से लेकर हर परिस्थिति में सहयोग और सपोर्ट किया। उन्होंने अपने संस्थान के वरिष्ठ पत्रकार संजीव पंत को भी उचित मार्गदर्शन का श्रेय दिया।
इंडिया वर्ल्ड वाइड संस्था की स्वाति मुखर्जी ने उन्हें यह अवार्ड प्रदान किया। हल्द्वानी, नैनीताल निवासी अंजू बिष्ट कहती है कि महिलाओं को यदि बराबरी का दर्जा मिले तो महिलाएं समाज को सशक्त बनाने में अपनी बेहतरीन भूमिका निभा सकती हैं।
“यदि महिलाओं को समाज के सभी क्षेत्रों में अवसर मिले तो वाह अपने को बखूबी साबित कर सकती है और अपना परचम लहरा सकती है।” अंजू बिष्ट डिजिटल पत्रकारिता में भी सक्रिय हैं और उत्तराखंड वेब मीडिया एसोसिएशन की भी कार्यकत्री है।