नीरज उत्तराखंडी/पुरोला
एक ओर कोरोना के चलते लॉकडाउन से लोगों की समस्याएं बढ़़ी हुई हैं, वहीं दूसरी ओर अग्निकांड ने 28 परिवारों के घरौंदों को स्वाहा करके उनके सामने मुसीबत का पहाड़ खड़ा कर दिया है।
आग में अपने आशियाने गंवाने के बाद मोरी ब्लाक के मसरी गांव के अग्निकांड पीडि़त परिवारों की मुफलिसी में रातें काटने को मजबूर हैं। उप जिलाधिकारी पुरोला मनीष कुमार (आईएएस) ने मौके पर पहुंचकर पीडि़तों को ढांढस बंधाया और हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। आस पास के गांव व क्षेत्र के लोग भी अपने स्तर से पीडितों की मदद कर रहे हैं।
एसडीएम मनीष कुमार(आईएएस) पुरोला ने बताया कि 28 घर पूर्ण रूप से तथा 11 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। कोई मानवीय क्षति नहीं हुई है। आग का कारण मानवीय भूल है। उन्होंने बताया कि सभी पूर्ण क्षतिग्रस्त परिवारों को खाद्यान, दवाइयां, कम्बल, रजाई, कपड़े पुरुष, महिला व बच्चों के लिए, बर्तन सेट-कुकर थाली गिलास प्लटें करछी इत्यादि सहित सोलर लालटेन, टॉर्च, कैंडल, माचिस, लाइटर, टेंट, तिरपाल, शेविंग किट, बेबी सूपर, चूल्हा एवं 3800 रुपए नगद दिए गए हैं।
शासन ने सभी को रात्रि एवं सुबह में खाना नाश्ता व चाय दिया। आंशिक क्षतिग्रस्त परिवारों को राशन एवं कम्बल दिया गया है। तथा सभी पीडि़त परिवारों की चिकित्सा जांच की गई। उन्होंने कहा कि आग पर काबू पा लिया गया है और शासन से अतिरिक्त सहायता की माँग की गई है।