विधायक और बीआरओ के बीच हुआ विवाद। दोनों पक्षों ने कराया एक दूसरे पर मुकदमा
रिपोर्ट- कमल जगाती
नैनीताल। उत्तराखण्ड के मुनस्यारी में सड़क पर आए मलबे को निजी संसाधनों से हटवाने और सड़क खोलकर सुचारू करने के कारण विधायक के खिलाफ बीआरओ ने मुकदमा दर्ज कराया। विधायक ने भी अधिकारियों के खिलाफ अभद्रता का मुकदमा दर्ज कराया। शनिवार देर शाम सड़क खोलने को लेकर विधायक और बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइसजेशन (बीआरओ) के अधिकारियो के बीच विवाद होने के बाद दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है। जनाकारी के अनुसार पिथौरागढ़ जिले में जौलजीबी से मुनस्यारी जाने वाला मार्ग शुक्रवार शाम 6 बजे फगुवाबगड़ के पास मलुवे आने से बन्द हो गया। वहां दर्जनों वाहन सड़क खोलने का इंतज़ार करते रहे।
बीआरओ ने आश्वासन दिया कि, लेकिन सड़क नहीं खोली तो वहां फसे लोगो ने धारचूला विधायक हरीश धामी को फोन किया। विधायक जी सड़क खोलने के लिए दो मशीनें लेकर वहां पहुँचे, जिसके बाद बीआरओ के कर्मचारियों ने विधायक और उनके आदमियों को सड़क खोलने से रोक दिया। आरोप है कि, बीआरओ ने कहा कि, सड़क सोमवार को खुलेगी। विधायक ने बाधित सड़क में फंसे राहगीरों की समस्याओं को देखते हुए सड़क खुलवा दी। इससे नाराज बीआरओ के अधिकारियो ने मदकोट चौकी जाकर विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी।
विधायक ने भी बीआरओ के अधिकारी हिमांशु चंद्रा के खिलाफ मदकोट चौकी मे गाली गलौच और अभद्रता का मुकदमा दर्ज किया। राहगीर कैलाश कोरंगा और रमेश राम नेे बताया कि, पिछले 38 घण्टे से बीआरओ की मन्नत करने के बाद जब सोमवार को मार्ग खोलने का जवाब मिला तो विधायक को कहा गया। विधायक ने बड़ी शालीनता से मार्ग खोलना शूरू किया तो बीआरओ ने विधायक को ही अपशब्द कहने शुरू कर दिए। बीआरओ के अधिकारी हिमांशू चंद्रा ने बयान देने से इनकार करते हुए कहा कि, उनकी तरफ से बयान अस्कोट के ओसी ही देंगे। विधायक हरीश धामी ने कहा कि, बीआरओ के सड़क खोलने में असमर्थ होने के बाद ही उन्होंने सड़क खोल दी।