भाजपा नेताओं में बढ़ रहा पहाड़ियों को गाली देने का चलन। पार्टी क्यों है मौन !
उत्तराखंड के भाजपा नेताओं में पहाड़ के लोगों को अपशब्द कहने और गाली देने का चलन बढ़ता जा रहा है। लेकिन अपने नेताओं की इन करतूतों पर भाजपा के प्रदेश नेतृत्व का मौन अखरने लगा है। पहले कुंवर प्रणव चैंपियन, उसके बाद भाजपा के दायित्व धारी शादाब शम्स और अब भाजपा किसान मोर्चा के जिला महामंत्री मनजीत सिंह ज्ञानी ने पहाड़ियों के लिए अपशब्द कहे।
हालांकि एतराज जताने पर मनजीत सिंह ने एक पत्र जारी करके क्षमा मांग ली है लेकिन भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में यह किस तरह की मानसिकता घर कर रही है, अपने आप में चौंकाने वाला बनता जा रहा है। गौरतलब है कि पिछले दिनों फेसबुक पर चैट करते हुए भाजपा किसान मोर्चा के जिला महामंत्री मनजीत सिंह ने अपने रिप्लाई में लिखा था कि “तुम लोग पहाड़ियों सालों कुत्तों तुम्हें मालूम नहीं भाई क्या होता है !”
इस चैट के स्क्रीनशॉट जब सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो उत्तराखंड फॉर यूके संगठन के अध्यक्ष प्रीतम जेठा ने इस पर आपत्ति व्यक्त की। एतराज जताने पर मनजीत सिंह ने सार्वजनिक पत्र जारी करके माफी भी मांग ली लेकिन सवाल यह है कि भाजपा का प्रदेश नेतृत्व इस तरह के व्यवहार पर लगाम लगाने के लिए अपने नेताओं को निर्देश क्यों नहीं देता ! कुछ दिन पहले दायित्व धारी शादाब शम्स ने भी एक फेसबुक पोस्ट के कमेंट के रिप्लाई में पहाड़ियों को मां बहनों का सौदागर बता डाला था।
इस पर भी हुआ था काफी बवाल
भाजपा के खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने एक पार्टी में पूरे उत्तराखंड प्रदेश के बारे में बेहद अश्लील टिप्पणी कर दी थी। इस पर भी भाजपा विधायक का कोई माफीनामा नहीं आया और ना ही भाजपा सरकार अथवा संगठन ने विधायक से इस बात पर कोई जवाब तलब किया। उत्तराखंड की अस्मिता और गरिमा को तार-तार करने वाले इस तरह के बयान आने वाले समय में भाजपा को भारी पड़ सकते हैं और भाजपा की एक एंटी पहाड़ी छवि भी बन सकती है, जिससे भाजपा को राजनीतिक रूप से नुकसान होना तय है।