मुख्यमंत्री दाल पोषित योजना की सड़ी दाल आंगनबाड़ी मे खपाई। बीमार हुई माताएं
मुख्यमंत्री दाल पोषित योजना की अवैध सड़ी हुई अरहर की दाल आँगनबाड़ी के मेन्यु से अलग छोटे नाबालिग बच्चों जीवन से खिलवाड़ करने के लिये लापरवाह बाल विकास अधिकारियों के संरक्षण में वितरित की जा रही है। रिपब्लिकन पार्टी आँफ इण्डिया रिफाॅरमिस्ट के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल वनवासी से जिला बागेश्वर में आँगनबाड़ी में सड़ी अरहर की दाल वितरित किये जाने को लेकर लोगों ने शिकायत की तो उन्होंने इसको लेकर कार्रवाई की मांग की है।
गोपाल वनवासी ने जिलाधिकारी बागेश्वर को शिकायत के साथ तहरीर स़ौप दी है। जिलाधिकारी बागेश्वर ने कार्यवाही करने का आश्वाशन दिया है। गोपाल वनवासी ने कहा कि जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ मेन्यू से बाहर सड़ी दाल वितरित करने, नाबालिग बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने ,तथा दाल घोटाला समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया जाय। कुछ लोगों ने गोपाल वनवासी के फेसबुक अकाउन्ट में कमेन्ट करते हुए बताया कि वह लोग इस दाल को खाकर बीमार हो गये हैं, इसलिये मामला अति गम्भीर है।
कुछ लोगों ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर सड़ी हुई दाल बंटवाने में जिला परियोजना अधिकारियों की सेटिंग होने की बात कही है। कांडपाल राजू ने भी आंगनबाड़ी से साड़ी दाल का पैकेट मिलने की बात कही है और कहा है कि यह बिल्कुल खाने लायक नहीं है। नवीन चंद्रा कहते हैं कि, उनको भी यह दाल मिली थी और सरकार को ऐसी दाल वितरित नहीं करनी चाहिए। इसमें सब मिट्टी मिट्टी है और दाल को खाकर वे बीमार पड़ गए हैं। उन्होंने भी कार्यवाही की बात कही है।
ऐसा लगता है कि बाल विकास विभाग में कोई भी अधिकारी इन सब मामलों को देखने वाला नहीं है। सभी अधिकारियों की अपनी अपनी सेटिंग है। यस रौतेला ने भी सड़ी दाल मिलने की बात कही है।
कैलाश चंदोला ने ऐसे लोगों की पहचान करके उनके खिलाफ कठोर प्रशासनिक कार्रवाई करने की मांग की है। गोपाल बनवासी ने हिलांस किसान शक्ति पर मुकदमा दर्ज करने की भी बात कही है।