रिजल्ट के बावजूद नियुक्ति नहीं। चार साल से पिस रहे बेरोजगार
रिजल्ट के बावजूद उत्तराखंड परिवहन निगम द्वारा चयनित अभ्यर्थियों को चार साल से नियुक्ति नहीं दी गयी। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने परिवहन विभाग मे सितंबर 2017 मे विज्ञापन प्रकाशित किया था। परिवहन निगम में मैकेनिक (88.1), टायर निरीक्षक (89.1), सहायक भण्डारपाल ( 90.1) की प्रवेश परीक्षा 19 मई 2019 को सम्पन्न हुई। जिसमे चयनित अभ्यर्थियों का अभिलेख सत्यापन 23 सितंबर 2019 को हो चुका है, जिसकी चयन संस्तुतियां परिवहन निगम को भेजी जा चुकी हैं। निगम एवं सचिवालय हर बार कोई न कोई बहाना बना कर अभ्यर्थियों की जाॅइनिंग टाल देते हैं।
डेढ़ वर्ष बाद भी अभी तक चयनित अभ्यर्थियों को जॉइनिंग नही करायी गई है। जिससे अभ्यर्थियों को अपना भविष्य अंधकारमय दिखायी दे रहा है, एवं सभी लोग मानसिक रूप से प्रताड़ित हैं।
पिछले एक साल से निगम मुख्यालय और सचिवालय के चक्कर लगाते-लगाते थक चुके हैं। कभी बताया जाता है कि, कोरोना के कारण नियुक्ति प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है और कभी कहते हैं कि, निगम की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और कभी कहा जाता है कि सरकार अभी जॉइनिंग के लिए अप्रूवल नहीं दे रही है। जबकि परिवहन सेवा अब सामान्य हो चुकी है।
इस नियुक्ति प्रक्रिया को विज्ञप्ति से लेकर अभी तक पूरे 4 साल हो चुके हैं। इन सभी अभ्यर्थियों को अपना भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है। इनके जीवन के महत्वपूर्ण 4 साल बर्बाद हो चुके हैं। डिप्लोमा तथा आईटीआई के कुल 56 अभ्यर्थी है जिनको ज्वाइनिंग नहीं दी जा रही है।