स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड में नैनीताल जिले के पहाड़ी क्षेत्रों समेत कुमाऊं के जलते 350 हेक्टयर जंगल की आग बुझाने के लिए हेलीकॉप्टर सेवा कम विजिबिलिटी(कम दृश्यता)के कारण आज नहीं मिल सकी । डी.एफ.ओ.नैनीताल ने बताया कि, विजिबिलिटी साफ होने के बाद हेलीकॉप्टर कल से आग बुझाएगा ।
नैनीताल जिले के महेश खान और गागर वन बीटों में भीषण आग के कारण हेलीकॉप्टर से आग बुझाने का निर्णय लिया गया था । आग और धुआं इतना तेज था कि, चारों तरफ धुआं ही धुआं फैल गया । जंगलों के आसपास की विजिबिलिटी बहुत कम हो गई| जिससे आग का अनुमान लगाना मुश्किल हो गया । आग बढ़ने का एक मुख्य कारण तेज हवा और सूखे पत्ते माना गया है ।
जंगलों में बढ़ती आग को देखकर राज्य सरकार ने हेलीकॉप्टर से आग बुझाने का फैसला लिया था| इसी क्रम में आज हेलीकॉप्टर पहुंचने वाला था । । सुरक्षित वन क्षेत्र में लगी आग लगातार बढ़ती जा रही थी, जिसे वन विभाग के फायर वॉचर झांपे से पीटकर और फायर लाइन काटकर बुझाने में लगे रहे ।
स्थलीय दौरे पर पहुंची चीफ कंजरवेटर ऑफ कुमाऊं तेजस्विनी पाटिल ने बताया कि क्षेत्र की आग पर काबू पा लिया गया है और धुआं काम होते ही अल्मोड़ा तक के जंगलों को बचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी । उन्होंने कहा कि, कुमाऊं क्षेत्र के 350 हेक्टेयर जंगल अबतक जल गए हैं ।
उन्होंने ये भी कहा कि, जंगल मे सूखे पत्ते और पेड़ पड़े होने के कारण खतरा बना हुआ है लेकिन अब तक आग पर काबू है । इसके अलावा धुंध के कारण हेलीकॉप्टर का कार्यक्रम निरस्त होने की जानकारी डी.एफ.ओ.बीजू लाल टी.आर.ने दी । उन्होंने कहा कि, अगर कल सब ठीक रहा तो सवेरे हेलीकॉप्टर से आग बुझाने का काम शुरू होगा ।