सितारगंज में गांव तिरका- किशोर क्षेत्र में बहने वाली कैलाश नदी से धड़ल्ले के साथ जेसीबी मशीनों से ट्रैक्टर भर भर कर रेता दोहन किया जा रहा है । सितारगंज- टनकपुर जाने वाली व्यस्त आवागमन वाली सड़क से साफ दिखाई देता है व रेत माफिया बाकायदा गिरोह बनाकर धड़ल्ले से अवैध खनन कर रहे हैं।
इनके साथ हथियारबंद लोग भी पहरा दे रहे है,ताकि किसी प्रकार का विरोध किए जाने पर उन से निपटा जा सके । जिससे स्पष्ट होता है कि, रेत माफियाओं के हौसले कितने बुलंद हैं ?
जंगलात विभाग के अधिकारियों से जब इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि, यह क्षेत्र राजस्व के अंतर्गत आता है। इसमें राजस्व विभाग को ही कोई कार्रवाई करनी होगी या फिर सिंचाई विभाग से जानकारी की जा सकती है? यह मामला हमारे अधिकार क्षेत्र से बाहर है।
सिंचाई विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर श्री नैनवाल जी से जब इस बारे में बातचीत की तो उनका फोन नहीं उठा और ना ही उन्होंने कॉल बैक कर जानकारी उपलब्ध कराई?
एसडीएम मुक्ता मिश्रा से जब इस विषय में बात की गई तो उन्होंने बताया कि शीघ्र ही जांच कर दोषियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी ।जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा?
अवैध खनन के मामले जहां-तहां धड़ल्ले से चल रहे हैं सख्त कार्रवाई व दंड का प्रावधान न होने से ऐसे तत्व निरंकुश है।
व्यस्त आवाजाही वाली इस सड़क पर जहां से यह अवैध खनन साफ दिखाई दे रहा है ।पुलिस विभाग के किसी भी अधिकारी द्वारा संज्ञान न लेना आश्चर्य का विषय है , तब अन्य मामलों में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किस तरह से किया जाता होगा, यह भी एक सवाल है?
जिला व स्थानीय प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेगा और इस प्रकार की गतिविधियों पर निरंकुश लगाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसा विश्वास किया जाना चाहिए।