काशीपुर।
काशीपुर को सीधे हैलीकाॅप्टर सेवा से जोड़ने की मांग प्रतिष्ठित समाज सेवी संस्था माकाक्स ने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी यूकाडा को ज्ञापन भेजकर की है। इससे जहां काशीपुर वासियों का देहरादून, नैनीताल व अन्य पर्यटक व धार्मिक स्थलों आदि को आना जाना आसान होगा, वहीं इसका लाभ दूसरे राज्यों से आने वाले पर्यटकों को भी मिलेगा।
प्रतिष्ठित समाज सेवी संस्था मौलाना अबुल कलाम आजाद अल्पसंख्यक कल्याण समिति (माकाक्स) की ओर से इसके केन्द्रीय अध्यक्ष नदीम उद्दीन एडवोकेट द्वारा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव तथा उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के मुुख्य कार्यकारी अधिकारी को ज्ञापन भेजकर काशीपुर को उत्तराखंड की “अब हर नागरिक उड़ेगा“ नारे के साथ प्रारंभ की गयी हैलीकाॅप्टर सेवा से जोड़ने की मांग की गयी है।
एडवोकेट नदीम के इस सम्बन्ध में नागरिक उड्डयन विभाग से सूचना भी मांगी है तथा सूचना न मिलने पर प्रथम अपील भी की है।
एडवोकेट नदीम ने इस ज्ञापन में काशीपुर को हैलीसेवा से जोड़ने के लिये दस आधार भी दिये गये है। इन आधारों में काशीपुर एतिहासिक व औद्योगिक नगर होने, हैलीपेड के लिये यहां पर्याप्त भूमि होने, उत्तराखंड का पांचवां सर्वाधिक आबादी का नगर होने, कुमाऊं का प्र्रवेश द्वार व रेलवे जंक्शन वाला नगर निगम क्षेत्र होने, उत्तराखंड का एक मात्र आई.आई.एम. वाला नगर होने, उत्तराखंड के राज्य स्तरीय कार्यालय गन्ना आयुक्त तथा मण्डल स्तरीय एडिशनल कमिश्नर राज्य कर स्थित होने, उत्तराखंड का घनी आबादी वाला सीमान्तर नगर होने, यहां की सेवा का लाभ रामनगर व जसपुर के नागरिकों द्वारा आसानी से उठाये जाने, 1952 से मांग वाला प्रस्तावित जिला मुख्यालय होने व प्राइवेट व सरकारी इंडस्ट्रियल इस्टेट वाला क्षेत्र होने के आधार पर शामिल है।
एडवोकेट नदीम ने हैलीपेड बनाने के लिये रामनगर व काशीपुर के बीच स्थित ग्राम हेमपुर (गौशाला) में नेपा से वापस मिली सरकारी भूमि या कुण्डेश्वरी में आई.आई.एम. के पास एस्कार्ट फार्म की सरकारी भूमि में बनाने का सुझाव भी इस ज्ञापन में दिया है।
एडवोकेट नदीम इससे पूर्व भी पूर्वोत्तर रेलवे के रेल परामर्शदात्री समिति के तीन कार्यकालों तक सदस्य रहे और उनके सुझाव के बाद दिल्ली, हरिद्वार की रेल सेवाओं सहित विभिन्न नई रेलगाड़ियों, काशीपुर स्टेशन पर कुली, पार्किंग, कम्प्यूूटराइज्ड रिजर्वेेशन आदि को प्रारंभ किया गया।