वन आरक्षी की फिजिकल परीक्षा में प्रतिभाग करने वाला एक अभ्यार्थी पहले ही जिन्दगी की दौड़ हार चुका हैं ।हाल ही में पता चला है कि उत्तराखंड का एक और युवा फॉरेस्ट फिजिकल परीक्षा के समय बेहोश हो गया था जिसके हालात गंभीर बताये जा रहे हैं ।
उत्तराखंड का युवा बेरोजगारी के जिस दंश को झेल रहा हैं,उससे निकलने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा हैं । लेकिन फिज़िकल परीक्षा के नाम पर दोपहर के समय 25 किलोमीटर दौड़ लगवा कर सरकार युवाओ को बेरोजगारी से मौत की और धकेल रही हैं ।
वन आरक्षी फिजिकल परीक्षा में प्रतिभाग करने वाला अभ्यर्थी जिसका नाम विनय माथुर है 27 जुलाई 2021 को फिजिकल देने रायपुर महाराणा प्रताप स्टेडियम गया था । जिसमें 25 किलोमीटर की दौड़ 4 घंटे में पूरी करनी थी जो कि एक कठिन पड़ाव था और साथ ही मौसम का अधिक तापमान था ।
जिस में प्रतिभाग कर रहा अभ्यर्थी विनय माथुर दौड़ के दौरान ही बेहोश होकर गिर पड़ा ।अभ्यर्थी को तुरंत चिकित्सा व्यवस्था दिलाई गई, जिसके बाद हालत नाजुक होने के कारण दो तीन अस्पतालों में हस्तांतरण किया गया और वर्तमान में मैक्स हॉस्पिटल मसूरी में आईसीयू वार्ड में एडमिट है।
अभ्यर्थी की आर्थिक स्थिति इतनी सक्षम नहीं है कि वह इतने महंगे अस्पताल में अपना इलाज करा सके, जिसके लिए अभ्यार्थी का परिवार सरकार से आर्थिक सहायता की गुहार कर रहा है।
अपने परिवार और खुद को गरीबी से ऊपर उठाने के लिए उत्तराखंड के युवा अपनी जान जोखिम में डाल कर कोशिश कर रहे हैं ।लेकिन सरकार की गलत नीतियों के चलते आज भी उत्तराखंड का लाखों युवा बेरोजगार ही हैं ।